जनता को पैसे देकर अथवा उसको झूठे आश्वासन देकर चुनाव जीतने की अपेक्षा ईश्वर को प्रसन्न कर उनके आशीर्वाद से चुनाव जीता गया, तो केवल जनता को ही नहीं, अपितु प्राणिमात्रों को भी वास्तविकरूप में सुखी बनाना संभव होगा ।
जनता को पैसे देकर अथवा उसको झूठे आश्वासन देकर चुनाव जीतने की अपेक्षा ईश्वर को प्रसन्न कर उनके आशीर्वाद से चुनाव जीता गया, तो केवल जनता को ही नहीं, अपितु प्राणिमात्रों को भी वास्तविकरूप में सुखी बनाना संभव होगा ।