‘हमारी गोशाला में ३०० गाए हैं, इस प्रकार संतोष व्यक्त करने की अपेक्षा ‘मैं ३०० गोरक्षकों को सिद्ध करुंगा’, ऐसा विचार एवं उसप्रकार कृत्य करने पर सहस्रों गायों के प्राण बचेंगे।’
सनातन संस्था > Quotes > संताें की सीख > राष्ट्र एवं धर्म > ‘हमारी गोशाला में ३०० गाए हैं, इस प्रकार संतोष व्यक्त…
‘हमारी गोशाला में ३०० गाए हैं, इस प्रकार संतोष व्यक्त…
Share this on :
Share this on :
संबंधित लेख
- पूर्वकाल का परिवार की भांति एकत्र रहनेवाला समाज और आज का टुकड़े-टुकड़े हो चुका समाज...
- शासनकर्ताओं को यह कैसे समझ में नहीं आता ?
- हिन्दू धर्म में सहस्रों ग्रंथ होने का शास्त्र !
- हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के कार्य हेतु समष्टि साधना आवश्यक !
- भारत और हिन्दू धर्म की असीमित हानि करनेवाले अभी तक के राजनेता !
- ‘चरित्रसंपन्न राष्ट्र’ आदर्श राष्ट्र है !