उपयोग करें एवं फेंक दें’ (Use and Throw)’ पाश्चात्त्यों की ऐसी जो आधुनिक संस्कृति है, उसे अब अनेक युवकों ने भी आत्मसात कर लिया है । इसलिए जिन मां-बाप ने जन्म दिया, जन्म से लेकर स्वावलम्बी होने तक सभी प्रकार से चिंता की, उदा. बीमारी में सभी सेवा की, शिक्षा दी, उनके विषय में कृतज्ञ न रह कर वर्तमान समय के अंग्रेजी वातावरण से प्रभावित युवक मां-बाप को उनकी वृद्धावस्था में ‘उपयोग करें एवं फेंक दें’ पाश्चात्त्यों की इस आधुनिक संस्कृति के अनुसार कृद्धाश्रम भेज देते हैं अथवा उन्हें पूरी तरह दुर्लक्षित करते हैं । इसका पाप अनेक जन्मोें तक भोगना ही पडेगा ।’