ईश्वरीय राज्य में साधना ही शासन की नींव होगी

‘पुलिस एवं न्यायाधीश को साधना सिखाते, तो उन्हें एक क्षण में ही पता चल जाता कि अपराधी कौन है । साधना के अभाववश जनता के करोडों रुपए केवल जांच में खर्च हो रहे हैं । ईश्वरीय राज्य में ऐसा नहीं होगा ।’

– सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले

Leave a Comment