साधना कर सूक्ष्म स्तरीय ज्ञान होने पर यज्ञ का महत्त्व समझ में आता है । वह न समझने के कारण ही अति सयाने बुद्धिजीवी कहते हैं, ‘यज्ञ में वस्तुएं जलाने के स्थान पर उन्हें गरीबों में बाटें ।’
– (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले
साधना कर सूक्ष्म स्तरीय ज्ञान होने पर यज्ञ का महत्त्व समझ में आता है । वह न समझने के कारण ही अति सयाने बुद्धिजीवी कहते हैं, ‘यज्ञ में वस्तुएं जलाने के स्थान पर उन्हें गरीबों में बाटें ।’
– (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले