राष्ट्र-धर्म कार्य हेतु आध्यात्मिक स्तर पर कार्य करना भी अत्यावश्यक !

‘शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक स्तर पर राष्ट्र-धर्म हेतु कार्य करने से कुछ साध्य नहीं होता, यह विगत ७४ वर्षों में अनेक बार सिद्ध हुआ है । ‘अत: इनके साथ ही आध्यात्मिक स्तर पर भी कार्य करना अत्यावश्यक है’, यह सभी को ध्यान में रखना होगा ।’
– (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले

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