‘राजकीय पक्ष ‘ये देंगे, वो देंगे’, ऐसे कहकर जनता को स्वार्थी और अंत में उन्हें दुःखी बना देते हैं । इसके विपरीत साधना हमें धीरे धीरे सर्वस्व का त्याग करना सीखाकर चिरंतन आनंद की, ईश्वर की प्राप्ति कैसे करनी है, यह सिखाता है ।’
-(परात्पर गुरु) डॉ. जयंत आठवले