क्या भ्रष्टाचार एवं अहंभाव रहित तथा साधना करनेवाला कोई भी व्यक्ति राजनीतिक दल का नेता अथवा कार्यकर्ता है ? इसका उत्तर ‘नहीं’ ही है । उनके कारण ही राष्ट्र एवं धर्म की ऐसी अधोगति हुई है । इस पर एक ही उपाय है, कि त्यागी एवं नम्र साधक मिलकर राष्ट्र की पुन:स्थापना करें !’
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क्या भ्रष्टाचार एवं अहंभाव रहित तथा साधना करनेवाला कोई भी…
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