‘भारत के हिन्दुओं में हिन्दू धर्म के अतिरिक्त सभी बातें जैसे भाषा, त्यौहार, उत्सव, कपडे इत्यादि विविध राज्यों में अलग अलग हैं । इसलिए हिन्दुओं को केवल धर्म ही एकत्र ला सकता है । कम से कम अब तो हिन्दुओं को धर्म का महत्त्व समझकर, सभी को एकजुट करने का प्रयास करना अत्यावश्यक है ।’
-(परात्पर गुरु) डॉ. जयंत आठवले