भोपाल : पुरातत्व विभाग के तकनीकी दल ने मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के जावर तहसील के ग्राम वीलपान के समीप बसे देवबड़ला में परमाकालीन दो मंदिर ढूंढ निकाले हैं। इन मंदिरों से ११ वीं -१२ वीं सदी की २० प्राचीन एवं दुर्लभ प्रतिमाएं मिली हैं।
मध्यप्रदेश के पुरातत्व आयुक्त अनुपम राजन ने आज बताया कि पुरातत्व विभाग के पुरातत्वविदोंद्वारा की गई मलबे की साफ-सफाई में प्राचीन मंदिर के मिलने की संभावना को देखते हुए खुदाई का कार्य करवाया गया।
उन्होंने बताया, खुदाई में दो मंदिर, जो ११ वीं और १२ वीं सदी के हैं, ऐसा प्रकाश में आया हैं। मंदिर क्रमांक एक शिव मंदिर और मंदिर क्रमांक दो विष्णु मंदिर से हिन्दू देवी-देवताओं की २० दुर्लभ मूर्तियां मिली हैं। इनमें ब्रमदेव, गौरी, भैरव, भूवराह, देवी लक्ष्मी, योगिनी और शिव नटराज की प्राचीन प्रतिमाएं शामिल हैं। इन प्राचीन प्रतिमाओं को नवीन राम मंदिर में सुरक्षित रखा गया है।
राजन ने बताया कि दोनों प्राचीन मंदिर प्राकृतिक आपदा के कारण ध्वस्त हुए थे। इन मंदिरों को मूल स्वरूप में दुबारा निर्मित करवाया जाएगा।
पुरातत्व आयुक्त ने प्राचीन मंदिर खोजनेवाले तकनीकी दल के डॉ. रमेश यादव, जी.पी. सिंह चौहान, राघवेन्द्र तिवारी, जाकिर हुसैन और डॉ. धुवेन्द्र सिंह जोधा के प्रयासों की प्रशंसा कर उन्हें बधाई दी है।