धसई, शहापुर में ‘हिन्दु धर्मजागृति सभा’
शहापुर : श्रावणमास में सभी हिन्दु मिल कर बड़े आनंद के साथ त्यौहार मनाते हैं; परंतु परधर्मी हिन्दूओं के त्यौहार के दिन ही दंगे कर उस आनंद को छिन लेते हैं !
हिन्दुओं के त्यौहार आनेपर ही कानून एवं व्यवस्था का प्रश्न जागृत होता है। अंग्रेज यह देश छोडकर चले गए हैं, अपितु मेकॅले की शिक्षण पद्धति के कारण आज ही वो हम पर राज्य कर रहे हैं। विदेशी एवं पश्चिमियों के संकट से दूर करने हेतु हिन्दुओं को ‘धर्मशिक्षण’ की आवश्यकता है। ऐसा प्रतिपादन सनातन संस्था की श्रीमती मोहिनी पांढरे ने धसई, शहापुर में संपन्न हुई ‘हिन्दु धर्मजागृति सभा’ में उपस्थित धर्माभिमानियों को किया।
अन्य मान्यवरों का मार्गदर्शन आतंक-
वाद का सामना करने के लिए स्वसंरक्षण प्रशिक्षण
लेना आवश्यक ! – श्रीमती सुनीता पाटिल, रणरागिणी शाखा
आज भारत में ३ सहस्र से भी अधिक आतंकवादी घुसपैठ कर रहे हैं; परंतु हमारा शासन इस के विरोध में कुछ भी नहीं करता। इस संकट से बचने के लिए अब हर एक को स्वसंरक्षण प्रशिक्षण लेना आवश्यक है।
युवकों में बुरी आदतों की अपेक्षा धर्म के अधिष्ठान की
आवश्यकता ! – श्री. सुमित सागवेकर, हिन्दु जनजागृति समिति
आज का लोकतंत्र केवल शिक्षित बेरोजगार उत्पन्न करने का कार्य कर रहा है। युवकोंद्वारा धर्मकार्य किए जाने से उनकी आलोचना होती है; परंतु दुष्कृत्य करनेवाले लडकों को कोई नहीं पूछता। आज के युवकों में बुरी आदतों की अपेक्षा धर्म के अधिष्ठान की आवश्यकता है। ऐसा होने से ही वे सफल होंगे !
उपस्थित मान्यवर
पूर्व उपसरपंच श्री. दिलीप बांगर, शिवसेना शाखाप्रमुख श्री. अनंता फर्डे, ग्रामपंचायत अध्यक्ष श्री. मुकुंद पारधी, ह.भ.प. चंद्रकांतबुवा भेरे, धसई के उपशाखाप्रमुख श्री. चेतन भेरे, ह.भ.प. नामदेव भेरे तथा ह.भ.प. दत्तात्रय भोईर
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात