हिन्दु जनजागृति समिति एवं सनातन संस्था के संयुक्त
तत्वावधान में शास्त्रसुसंगत पद्धति से चलाए गए अभियान की सफलता !
पिंपरी (पुणे) : यहां के विविध घाटोंपर संस्कार प्रतिष्ठानद्वारा प्रतिवर्ष की भांति प्रदूषण के कारण को आगे कर इस वर्ष भी गणेश मूर्तिदान करने का आवाहन किया गया था।
हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता एवं सनातन संस्था के साधक गणेशमूर्तियों के विसर्जन के लिए आनेवाले श्रद्धालुओं का उद्बोधन करते हुए उनको बहते पानी में मूर्ति विसर्जन का शास्त्र बता रहे थे। इसके फलस्वरुप गतवर्ष की तुलना में इस वर्ष मूर्तिदान की संख्या ६ सहस्र से अल्प हुई !
इस वर्ष कुल २१ सहस्र मूर्तिदान, तो ३९ टन निर्माल्य एकत्रित किया गया। संस्कार प्रतिष्ठान के अध्यक्ष श्री. मोहन गायकवाड ने यह जानकारी दी।
उन्हों ने आगे कहा कि, नदी में विसर्जन कर बाहर निकाली गईं ६ सहस्र मूर्तियां तथा दान के रुप में प्राप्त मूर्तियों को वाकड परिसर के विनोदे बस्ती की खानी में दफनाया जाएगा। (यह है, मूर्तिदान करने के पश्चात का धर्मद्रोहियों का वास्तविक स्वरूप ! संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
मूर्तिदान का आवाहन करनेवाली संस्थाओं में संस्कार प्रतिष्ठानसहित टाटा व्हॉलिंटरिंग, टाटा मोटर्स, टाटा टेक्नॉलॉजी (हिंजवडी), डॉ. डी.वाय. पाटिल फार्मास्युटिकल साइन्स अॅन्ड टेक्नॉलॉजी इन्स्टिट्यूट (पिंपरी) सहित अन्य कुछ संस्थाओं का समावेश था।