मानवजाति के कल्याण हेतु सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवले द्वारा प्रारंभ किए गए धर्मकार्य का यह रजत जयंती वर्ष है । गत २५ वर्षों में सनातन की यह ऊंची उडान आश्चर्यजनक है ।
सनातन द्वारा बताए गए साधना मार्ग गुरुकृपायोग के कारण जुलाई २०१६ तक सनातन के ६८ साधक संतपद पर विराजमान हुए हैं तथा ९२७ साधक संतत्व की दिशा में मार्गक्रमण कर रहे हैं । २५ वर्षों में (जुलाई २०१६ तक) सनातन के २९३ ग्रंथों की १५ भाषाआें में ६६ लाख २१ सहस्र से अधिक प्रतियों का प्रकाशन, आध्यात्मिक शोध, दूरदर्शन पर सत्संगों द्वारा धर्मशिक्षा, सनातन प्रभात के ९ नियतकालिकों द्वारा धर्मजागरण आदि अद्वितीय है !