मंदिर हिन्दुओं के लिए चैतन्यस्रोत हैं । घर में जिस प्रकार पूजाघर होता है जहाँ हम प्रतिदिन पूजा करते है, उसी प्रकार मंदिर समाज का पूजाघर होता है, मंदिर के कारण दस दिशाएं चैतन्यमय होती हैं । यह दृष्टिकोण ध्यान में रखकर दिनांक 7 मई 2022 को मथुरा के श्री कंकाली देवी मंदिर परिसर के श्री राधा कृष्ण मंदिर की सामूहिक स्वच्छता भक्तों की सहायता से की गई। सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के 80 वें जन्मोत्सव समारोह के उपलक्ष्य में उनके सामाजिक कार्य के प्रति कृतज्ञता के रूप में सनातन के साधकों ने समाज की सहायता से पूरे देश में विभिन्न उपक्रमों का आयोजन किया है । इसी कडी के अंतर्गत मथुरा में हुए सामूहिक मंदिर स्वच्छता हेतु स्थानिक जिज्ञासु एवं धर्मप्रेमियों ने स्वयंस्फूर्ति से सहभाग लिया ।
उपस्थित जिज्ञासुओं को मंदिर स्वच्छता अभियान के बारे में बताते हुए श्री. अरविंद गुप्ता जी ने कहा दीपक के कांच पर लगी हुई कालिख स्वच्छ करनी पडती है, तब ही दीपक का प्रकाश बाहर निकल सकता है । उसी प्रकार मंदिर की स्वच्छता करने से उस मंदिर का लाभ संपूर्ण समाज को होने वाला है । आज एक दिन स्वच्छता कर न रुकते हुए हमें नियमित मंदिर स्वच्छ रहने के लिए प्रयत्न करने चाहिए । मंदिरों की पवित्रता की रक्षा के लिए सक्रियता ही वास्तविक रूप से परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के जन्मोत्सव के निमित्त उनके प्रति खरी कृतज्ञता है !
परात्पर गुरु डॉ. आठवले जी के जन्मोत्सव के अवसर पर पूरे भारत में सामूहिक मंदिर स्वच्छता, हिंदू राष्ट्र स्थापना हेतु सामूहिक प्रार्थना, हिंदू एकता शोभा यात्रा, साधना प्रवचन आदि उपक्रम आयोजित किए जा रहे है । इन उपक्रमों के माध्यम से परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के अध्यात्म, साधना, राष्ट्र, धर्म आदि विषयों के विचार प्रसारित किए जा रहे हैं ।
मंदिर स्वच्छता के आयोजन हेतु स्थानिक धर्मप्रेमी श्रीमती आशा सोलंकी जी तथा मंदिर के पुरोहित जी ने विशेष सहायता की। समाज सहायता से और निस्वार्थ भाव से किए मंदिर स्वच्छता अभियान की अनेकों ने सराहना की। कडी धूप होते हुए भी महिलाओं का उत्साहपूर्ण सहभाग रहा।
कु. कृतिका खत्री,
सनातन संस्था, दिल्ली