अन्य पंथीय अपने श्रद्धास्थानों का ऐसा अवमान कदापि नहीं करते, यह ध्यान में रखना चाहिए ! हिन्दुओं में धर्माभिमान के अभाव के कारण वे अपने श्रद्धास्थानों का अवमान करते हैं और समस्त हिन्दू उसका विरोध करने के स्थान पर हंसकर दाद देते हैं ! ऐसों पर श्रीगणेश की कृपा कभी होगी क्या ?, इस पर हिन्दू विचार करें और इस प्रकार किसी से देवी-देवताओं का अनादर हो रहा हो, तो उनका प्रबोधन करें !
उपरोक्त चित्र प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं है । केवल जानकारी के लिए इसे प्रकाशित किया है । – संपादक
मुंबई – ‘भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी को श्रीगणेश का आगमन होगा’, इस संकल्पना पर श्रीगणेश का चित्रयुक्त पारपत्र (पासपोर्ट) सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित कर श्रीगणेश का अवमान किया गया । इस पारपत्र पर भाग्यनगर (हैद्राबाद) पारपत्र कार्यालय की मोहर एवं पारपत्र प्रदान अधिकारी पी. कृष्णा चार्या का नाम एवं हस्ताक्षर हैं । यह पारपत्र विनोद के रूप में सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित किया गया है ।
इस पारपत्र पर श्रीगणेश का चित्र प्रकाशित कर उस पर राष्ट्रीयत्व ‘भारतीय’, जन्म का स्थान ‘हिमालय’, रहने का स्थान ‘स्वर्ग’, यात्रा करने का स्थान ‘मुंबई’, पिता ‘शिव’, माता ‘पार्वती’ एवं पारपत्र की अवधि ‘सदा के लिए’, ऐसे लिखा है ।
इस पारपत्र पर प्रदान अधिकारी पी. कृष्णा चार्या के नाम की निश्चिती करने के लिए एवं पारपत्र पर उनके हस्ताक्षर एवं मोहर के विषय में सत्यता जांचने के लिए दैनिक ‘सनातन प्रभात’के प्रतिनिधि से भाग्यनगर पारपत्र कार्यालय में ०४०-२७७१५३३३ इस क्रमांक पर दूरभाषद्वारा संपर्क साधने का प्रयत्न किया; परंतु संपर्क साधने में बारंबार आनेवाली अडचनों के कारण बात नहीं हो पाई । इस विषय में दैनिक ‘सनातन प्रभात’के प्रतिनिधि ने हैद्राबाद पारपत्र कार्यालय के ‘[email protected]’ इस अधिकृत ई-मेल पते पर पत्र भेजकर श्रीगणेश के किए गए अनादर के विषय में स्पष्टीकरण देने का आवाहन किया है ।