मुंबई ड्रग प्रकरण में अत्यधिक हीन स्तर की राजनीति हो रही है । उसमें आज नवाब मलिक ने स्वयं पर किए गए आरोपों के खुलासे के लिए सत्य न जानते हुए सनातन संस्था के नाम का अनुचित उपयोग किया है । दाऊद की कोई भी संपत्ति सनातन संस्था ने नहीं खरीदी है । वास्तव में रत्नागिरी के समाचारपत्रों में प्रकाशित समाचारों के अनुसार वह संपत्ति दिल्ली के एडवोकेट अजय श्रीवास्तव ने खरीदी है । उन्होंने उस स्थान पर छोटे बच्चों पर संस्कार करने के लिए ‘सनातन धर्म पाठशाला’ नाम का गुरुकुल आरंभ करने की घोषणा की है । सनातन संस्था और एडवोकेट अजय श्रीवास्तव का कोई भी संबंध नहीं है ।
इसलिए पर्याप्त जानकारी न रखते हुए सनातन संस्था पर इस प्रकार के झूठे आरोप कर नवाब मलिक स्वयं का मजाक न बनाएं । सनातन संस्था और दाऊद की एकत्रित चर्चा कर समाज में हिन्दू संस्थाओं के विषय में भ्रांति फैलाने का यह षड्यंत्र है । इस प्रकरण में नवाब मलिक को महाराष्ट्र सरकार समझाएगी, ऐसी हमारी अपेक्षा है ।
नवाब मलिक ने सनातन संस्था का नाम लेकर महाराष्ट्र के विरोधी दल के नेता माननीय देवेंद्र फडणवीस के आरोपों से बचने का प्रयास किया है । उन पर आतंकवादी अपराधियों से सीधे भूमि खरीदने का आरोप लगाया गया है । नवाब मलिक जिस दाऊद की भूमि का उल्लेख कर रहे हैं, वह भूमि केंद्र सरकार द्वारा जप्त कर उसकी नीलामी की गई । यहां ध्यान रखना चाहिए कि एडवोकेट श्रीवास्तव ने भी वह भूमि सीधे दाऊद से न खरीद कर सरकारी नीलामी के माध्यम से खरीदी है । इसलिए असत्य जानकारी के आधार पर स्वयं का दोष छुपाने का उनका प्रयास विफल हुआ है । इस विषय में सनातन संस्था के बारे में असत्य जानकारी फैलाने का प्रयास किए जाने पर विवश होकर हमें कानूनी कार्यवाही करनी पडेगी, ऐसा हम सूचित करना चाहते हैं ।
– श्री. चेतन राजहंस, प्रवक्ता, सनातन संस्था.
दाऊद से संबंधित कोई भी संपत्ति सनातन संस्था ने नहीं खरीदी है । @nawabmalikncp ने स्वयं पर किए गए आरोपों के खुलासे के लिए सत्य न जानते हुए सनातन संस्था के नाम का अनुचित उपयोग किया है । – @1chetanrajhans, प्रवक्ता, @SanatanSanstha
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— Sanatan Sanstha (@SanatanSanstha) November 9, 2021