१. साधना करने से धर्मरक्षा का कार्य ईश्वर ही करवा लेते हैं,
ऐसी अनुभूति होती है ! – अधिवक्ता विवेक भावे, कल्याण, मुंबई
विद्याधिराज सभागृह, रामनाथी (गोवा) : साधना करने से धर्मरक्षा का कार्य हम नहीं अपितु प्रत्यक्ष ईश्वर ही करवा ले रहे हैं, इसकी अनुभूति ले रहे हैं । सनातन के सत्संग में जाने के कारण सूक्ष्म-जगत से परिचय हुआ तथा भान हुआ कि, मन और बुद्धि के स्तरपर हमारे द्वारा किया जा रहा कार्य अपूर्ण है, ऐसा मनोगत कल्याण, मुंबई के अधिवक्ता विवेक भावे ने व्यक्त किया ।
अधिवक्ता विवेक भावे को धर्मरक्षा के कार्य में मिली हुई ईश्वर की सहायता !
धर्मरक्षा के कार्य में हुई अनुभूतियों के विषय में बताते हुए अधिवक्ता भावे आगे बोले,
१. कल्याण में अवैध रूप से गोवंश की हत्या कर उसकी यातायात करने के प्रकरण में चालक तथा इस विषय में परिवाद प्रविष्ट न करनेवाले पुलिस कर्मचारी के विरुद्ध राज्यकर्ताआें का दबाव होते हुए भी केवल नामजप के कारण अभियोग प्रविष्ट करना संभव हुआ ।
२. सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी पर श्याम मानव ने झूठा आरोप लगाया था कि, वे संमोहित कर अपराध करवाते हैं, इसलिए श्याम मानव को यह आरोप सिद्ध करने का खुला आवाहन दिया । इस विषय में मानव कुछ उत्तर न दे सके इसलिए उनके विरोध में अभियोग प्रविष्ट किया । केवल ईश्वर की सहायता मिलने के कारण ही यह संभव हुआ ।
२. हिन्दू जनजागृति समिति और सनातन संस्था के
आध्यात्मिक सामर्थ्य के कारण मध्यप्रदेश में धर्मरक्षा के कार्य को गति मिली
– श्री. योगेश अगरवाल, अध्यक्ष, हिन्दू धर्म सेना, जबलपुर, मध्यप्रदेश
हिन्दू जनजागृति समिति और सनातन संस्था के आध्यात्मिक सामर्थ्य के कारण मध्यप्रदेश में धर्मरक्षा के कार्य को गति मिल रही है । हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता हमारे लिए देवता के समान हैं । उनके बताए अनुसार नामजप और प्रार्थना करने से ९९ प्रतिशत कार्य होता है ।
३. सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति
के कार्य के कारण हिन्दू राष्ट्र निश्चित ही स्थापित होगा !
– श्री. बापू ढगे, उपाध्यक्ष, भावसार समाज, सोलापुर, महाराष्ट्र
१० वर्ष पूर्व हिन्दू राष्ट्र स्थापित होने के संदर्भ में संदेह था; परंतु सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा किया जा रहा कार्य देखकर यह विश्वास हो गया है कि, हिन्दू राष्ट्र की स्थापना निश्चित होगी । छत्रपति शिवाजी महाराज ने आध्यात्मिक सामर्थ्य के कारण हिन्दवी स्वराज्य स्थापित किया । हिन्दुत्व के लिए कार्य करनेवाले आज अनेक संगठन हैं; परंतु सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति आध्यात्मिक स्तर पर कार्य कर रही हैं, इसलिए उनका कार्य सर्वत्र बढ रहा है । सनातन संस्था के संपर्क में आने और साधना करने से धर्मरक्षा के कार्य में सफलता मिल रही है तथा हिन्दुआें का प्रतिसाद भी बढा है ।
४. हिन्दुत्व की रक्षा का नि:स्वार्थ कार्य करनेवाली
सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति को हमारा पूर्ण समर्थन है !
– अधिवक्ता निरंजन चौधरी, जळगाव
सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति राजनीतिक लाभ के लिए कार्य नहीं कर रही हैं अपितु निःस्वार्थ हिन्दुत्व की रक्षा का कार्य कर रही हैं । हमारा उनको पूर्ण समर्थन है तथा आगे भी रहेगा । हम जब धर्म के लिए कार्य करते हैं, तब प्रत्यक्ष भगवान श्रीकृष्ण का सुदर्शनचक्र कार्यरत होकर वे ही कार्य करने के लिए बल देते हैं । जलगांव में अभी २५ अधिवक्ता हिन्दुत्व के लिए निःशुल्क कार्य करते हैं । अधिवेशन के उपरांत नाशिक और मालेगांव जाकर यह संख्या ७५ तक ले जाएंगे ।
परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के कृपाशीर्वाद से हिन्दू राष्ट्र स्थापित होगा, ऐसा विश्वास है !
परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के कृपाशीर्वाद से किसी भी संकट का भय नहीं लगता । परात्पर गुरु डॉ. आठवले और अन्य संतों की कृपा से वर्तमान में चल रहे अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के कारण हिन्दू राष्ट्र स्थापित होने का विश्वास है । हिन्दू जनजागृति समिति राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन के माध्यम से जो कार्य कर रही है, यदि उस कार्य का परिचय ३-४ वर्ष से हो गया होता, तो आज आसाम में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या घट गई होती ।
भारत को संपूर्ण विश्व की राजधानी बनाने के लिए प्रयास करने हैं !
यद्यपि वर्तमान में कलियुग चल रहा है, तथापि सनातन के गोवा स्थित रामनाथी आश्रम में जाने के पश्चात वहां सत्ययुग की प्रतीति हुई । इस आश्रम से सनातन हिन्दू धर्म की नौका धर्मप्रसार के लिए संपूर्ण संसार में निकली है । देशद्रोही और धर्मद्रोहियों के विरुद्ध वैध मार्ग से संघर्ष करते हुए भारत को संपूर्ण विश्व की राजधानी बनाने हेतु प्रयास करने हैं ।
५. पुणे के धर्माभिमानी श्री. विजय गावडे का सनातन संस्था के कार्य प्रति विश्वास !
पुणे के धर्माभिमानी श्री. विजय गावडे एक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन में उच्चपद पर कार्य करते थे । वर्तमान में सनातन संस्था पर हत्या के आरोप लगाए जा रहे हैं । उन आरोपों के समाचार देखकर उनके संगठन के पदाधिकारियों ने गावडेजी को सनातन संस्था से संपर्क तोडने हेतु कहा । सनातन संस्था पूर्णतः निर्दोष है तथा वह प्रामाणिकता से हिन्दुत्व का कार्य कर रही है, ऐसा उनका दृढ विश्वास है तथा वे सनातन के समर्थन में खडे रहेंगे, यह कहते हुए उन्होंने उस संगठन के पद से त्यागपत्र दे दिया । अब श्री. गावडेजी ने पुणे में हिन्दू जनजागृति समिति के माध्यम से पूर्णकालिक हिन्दुत्व का कार्य और साधना करने का निश्चय व्यक्त किया है । (धर्म पर आई हुए ग्लानि दूर करने के लिए वैध मार्ग से कार्य करनेवाली सनातन संस्था पर व्यर्थ आरोप लगाकर सनातनद्वेषी सनातन की अपकीर्ति करने का प्रयास कर रहे हैं; परंतु श्री. गावडे जैसे धर्माभिमानी सनातन के समर्थन में खडे हैं । ऐसे धर्माभिमानियों के प्रति सनातन संस्था कृतज्ञ है ! – सम्पादक)