अज्ञातवास में पांडवों द्वारा बनाया गया था यह मंदिर !
शिमला (हिमाचल प्रदेश) – मंडी जिले के एक ऊंचे शिखर पर बसे श्री शिकारीमाता के मंदिर की छत बनाने का अनेक लोगों ने प्रयत्न किया; परंतु आज तक उसे कोई नहीं बना सका । पांडवों ने अज्ञातवास में इसका निर्माण किया था । तब उन्होंने जानबूझकर इस मंदिर की छत नहीं बनाई और खुले आकाशतले मूर्ति की स्थापना की थी ।
यह मंदिर समुद्रतल से २ सहस्र ८५० मीटर की ऊंचाई पर है । जब पांडव अज्ञातवास में थे, तब उन्होंने यहां तपश्चर्या की थी । तदुपरांत देवी ने प्रसन्न होकर पांडवों को युद्ध में कौरवों का पराभव कर, विजयी होने का आशीर्वाद दिया था । ऐसा कहा जाता है कि वहां से निकलते समय पांडवों ने इस मंदिर की स्थापना की थी । इस मंदिर के स्थान पर पहले घना जंगल था । यहां अनेक शिकारी रहते थे । शिकार के लिए निकलने से पूर्व वे देवी से प्रार्थना करते थे कि उन्हें सफलता मिले । तब से यह मंदिर शिकारीमाता के नाम से जाना जाता है ।