सर्वमङ्गलमाङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके ।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते ॥
सनातन संस्था को प्राप्त हुई श्री भवानीदेवी की कृपाशक्ति !
रामनाथी, गोवा : आदिशक्ति श्री भवानीदेवी भक्तों की रक्षणकर्त्री तथा वरदायिनी हैं । उनके आशीर्वाद से छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिन्दवी स्वराज्य की स्थापना की । छत्रपतिजी के स्वराज्य की भांति ही हिन्दू राष्ट्र की शीघ्रातिशीघ्र स्थापना हो; इसके लिए हंगरहळ्ळी (तहसील कुणीगल कर्नाटक) स्थित श्री विद्याचौडेश्वरीदेवी की आज्ञा से यहां के सनातन के आश्रम में मंगलमय वातावरण में श्री भवानीदेवी की स्थापना की गई । १९ जनवरी को सनातन आश्रम में देवी का शुभागमन हुआ ।
२१ जनवरी की सुबह मंत्रघोष की गूंज में आश्रम परिसर में स्थित मंदिर में श्री भवानीदेवी की स्थापना कर प्रतिष्ठापना की गई । अत्यंत शारीरिक कष्ट होते हुए भी परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी भी इस अवसरपर उपस्थित थे । उन्होंने मंदिर में स्थापितमूर्तिपर अक्षताएं समर्पित कीं ।
स्थापना के पश्चात तत्त्व होम, तत्त्व न्यास (श्री भवानीदेवी की मूर्ति में देवताओं के तत्त्व को स्थापन करने की विधि) आदि विधि किए गए । उसके पश्चात श्री भवानीदेवी की मंगलआरती की गई । पूर्णाहूति देकर श्री भवानीदेवी की मूर्ति की प्रतिष्ठापना के भावसमारोह का समापन हुआ ।
इस अवसरपर पानवळ (बांदा, महाराष्ट्र) के संत प.पू. दास महाराज, उनकी पत्नी पू. (श्रीमती) लक्ष्मी (माई) नाईकजीसहित सनातन संस्था एवं एस्.एस्.आर्.एफ्. (स्पिरिच्युयल साईन्स रिसर्च फाऊंडेशन) के संत एवं साधक उपस्थित थे ।