‘८.१२.२०१९ को विदुषी गंगूबाई हनगल गुरुकुल, हुब्बळ्ळी’ के संगीत गुरु तथा प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडीत गणपति भट ने फोंडा, गोवा स्थित महर्षि अध्यात्म विश्वभविद्यालय के शोधकार्य विभाग का अवलोकन किया । इस अवसरपर उनके साथ उनके भाई श्री. शांताराम भट एवं उनके शिरसी निवासी शिष्य श्री. विनायक हेगडे उपस्थित थे । इस अवसरपर महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय की साधिका डॉ. (कु.) आरती तिवारी ने पंडीत गणपति भट को महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय की ओर से चल रहे शोधकार्य के संदर्भ में अवगत कराया । तब पंडीत भट ने कहा, ‘‘यह केंद्र सचमुच ही बहुत अच्छा है ।’’
श्री. शांताराम भट ने बताया, ‘‘यहां से हमें एक प्रकार की ऊर्जा एवं सकारात्मकता प्राप्त हुई है । मैं अगली बार मेरे परिवारजनों को भी यहां लेकर आऊंगा ।’’ उन्हें विविध वस्तुओंपर सूक्ष्म से हुए अच्छे एवं अनिष्ट परिणाम दर्शानेवाली सूक्ष्म-जगत की प्रदर्शनी देखकर बहुत आश्चर्य लगा ।
शास्त्रीय गायक पंडीत गणपति भट ने हुब्बळ्ळी की साधिका
श्रीमती विदुला हळदीपुर से बात करते हुए व्यक्त किया हुआ मनोगत !
१. शास्त्रीय गायक पंडीत गणपति भट द्वारा महर्षि अध्यात्म
विश्वविद्यालय के फोंडा, गोवा के शोधकार्य केंद्र के प्रति व्यक्त गौरवोद्गार !
अ. मैं यहां आकर बहुत आनंदि हूं । मैने आजतक कहीं भी ऐसा स्थान नहीं देखा ।
आ. मुझे यहां पुनः आना है । महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय की ओर से चलाए जा रहे संगीत के शोधकार्य में सहभागी होने में मुझे बडी प्रसन्नता होगी । मैं आपसे किस प्रकार सहयोग कर सकता हूं ?, यह आप मुझे बताईए ।
इ. यहां के साधक उच्चशिक्षित होते हुए भी उन्होंने साधना के लिए अपना जीवन समर्पित किया है, यह देखकर मुझे बहुत आश्चर्य हुआ । यहां किसी के संदर्भ में भी दोहरा भाव प्रतीत नहीं होता ।
ई. मेरे पास आनेवाले शिष्यों को मैने महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय के संदर्भ में बताया है । मैने उन्हें बताया, ‘‘आप कभी गोवा जाते हैं, तो आप एक बार तो इस स्थान का अवलोकन करें ।’’