हिंदकेसरी मारुति माने की जयंती के उपलक्ष्य में ‘आनंदित जीवन हेतु अध्यात्म’ विषयपर प्रचवन
सांगली : कलियुग में आध्यात्मिक उन्नति हेतु कुलदेवता एवं श्री दत्त के नामजप की आवश्यकता है । गुरुकृपायोगानुसार साधना करने से जीव यथाशीघ्र शिव से जुड जाता है । अतः कलियुग में गुरुकृपायोगानुसार साधना करने से आनंदित जीवन जीने के साथ ही तीव्रगति से आध्यात्मिक उन्नति करना भी संभव है । सनातन संस्था के श्री. राजाराम रेपाळ ने यह मार्गदर्शन किया । २७ दिसंबर को हिन्दकेसरी मारुति माने की जयंती के उपलक्ष्य में उनकी स्मृतिवाटिका में कवठेसप्तर्षि (कवठेपिरान) (जनपद सांगली, महाराष्ट्र) में ‘आनंदित जीवन हेतु अध्यात्म तथा साधना का महत्त्व’ विषयपर आयोजित प्रवचन में वे ऐसा बोल रहे थे ।
इस प्रवचन का आयोजन पहलवान भीमराव माने (अण्णा) युथ फाऊंडेशन की ओर से किया गया । इस प्रवचन का गांव एवं परिसर के लगभग ४०० से भी अधिक लोगों ने लाभ उठाया, तो इस प्रवचन में विद्यालय के २०० छात्र भी उपस्थित थे ।