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देवद : दत्तजयंती के उपलक्ष्य में यहां के श्री शिवगिरी सेवा संस्था की ओर से उत्साह एवं भावपूर्ण वातावरण में निकाली गई श्री दत्तजी की पालकी का यहां के सनातन आश्रम में ११ दिसंबर की सायंकाल ७ बजे शुभागमन हुआ । विविध फूलों से सजाई गई पालकी में श्री दत्तजी की प्रतिमा और प.पू. शिवगिरी महाराज की पादुकाएं रखी गई थीं । आश्रम में सनातन संस्था के संत एवं साधकों ने पालकी का भावपूर्ण स्वागत किया । इस अवसरपर पंचदशनाम जुना अखाडे के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री प.पू. शांतिगिरीजी महाराज एवं पू. दादा खोतसहित श्री शिवगिरी सेवा संस्था के साधक एवं भक्त उपस्थित थे ।
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पारंपरिक वेशभूषा धारण की हुई महिलाओंने हाथ में कलश लिए थे । पुरुष भक्तों ने भी पारंपरिक वेशभूषा धारण की थी । आश्रम के ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त श्री. राजेंद्र सांभारे ने पालकी का पूजन कर औक्षण किया । तत्पश्चात सनातन संस्था के साधक श्री. सुरेश सावंत ने धर्मदंड का पूजन किया । इस अवसरपर सनातन संस्था के ६६ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त श्री. विनायक आगवेकर ने प.पू. शांतिगिरी महाराज को माल्यार्पण कर सम्मानित किया, साथ ही उन्हें सनातननिर्मित ‘प.पू. डॉक्टरजी के ओजस्वी विचार’ ग्रंथ भी भेंट किया गया । इसके साथ ही सनातन संस्था के साधक श्री. राजेंद्र सांभारे ने पू. दादा खोत को भी सम्मानित किया । प.पू. शांतिगिरीजी महाराज एव पू. दादा खोत ने साधकों से कुछ समयतक वार्तालाप किया और पालकी का आश्रम से प प्रस्थान हुआ ।
सनातन संस्था का कार्य अत्यंत प्रशंसनीय है !
– प.पू. शांतिगिरीजी महाराज, अंतरराष्ट्रीय महामंत्री, पंचदशनाम जुना अखाडा
सनातन संस्था संत और धर्म का कार्य कर रही है । मैं आपका कार्य जानता हूं । आप सभी संपूर्ण समर्पित होकर इस कार्य को कर रहे हैं । सनातन संस्था का यह कार्य अत्यंत प्रशंसनीय है ।