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पुणे, ३ नवंबर (संवाददाता) : सनातन संस्था के चैतन्यदायी धर्मरथपर लगाई गई ग्रंथप्रदर्शनी का यहां के नागरिकों द्वारा उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर प्राप्त हुआ । १३ से २० अक्टूबर की कालावधि में धर्मरथ के माध्यम से सातारा मार्ग, पुणे नगर, सिंहगढ मार्ग एवं हडपसर इन स्थानोंपर सनातन संस्था निर्मित ग्रंथ एवं सात्त्विक वस्तुओं की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था । स्थानीय मान्यवरों ने धर्मरथ का पूजन किया और धर्मरथ से समाज को मिलनेवाले लाभ के लिए इस उपक्रम की प्रशंसा भी की । समाज से भी धर्मरथपर लगाई गई प्रदर्शनी के संदर्भ में कई अच्छी प्रतिक्रियाएं मिलीं ।
धर्मरथपर स्थित वस्तुओं के कारण घर में प्रसन्नता
आती है ! : किशोरभाऊ पोकळे (पद्मावती मंदिर के न्यासी, धाईरीगांव)
१५ अक्टूबर को धाईरीगांव के पद्मावती मंदिर के न्यासी श्री. किशोरभाऊ पोकळे के हस्तों धर्मरथ का पूजन किया गया । इस समय उन्होंने मनोगत व्यक्त करते उन्होंने कहा, ‘‘मैने पहली बार ही इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया । धर्मरथ में रखी गई वस्तुओं के कारण प्रसन्नता लगती है । इन वस्तुओं को घर ले जाने से घर में भी प्रसन्नता आती है । मैने पहले धर्मरथ को बाहर से देखा; किंतु अंदर जानेपर मुझे बहुत ही सकारात्मक लगा । आपने मेरे जैसे साधारण व्यक्ति को यहां आमंत्रित कर मुझसे पूजन करवाया और मुझे इस धर्मरथ का लाभ कराया; इसलिए मैं आपका आभारी हूं ।’’
हिन्दू जनजागृति समिति एवं सनातन संस्था के प्रति व्यक्त गौरवोद्गार !
श्री. पोकळे ने यह भी कहा कि हमारी संस्कृति पहले क्या थी और अब हम किस संस्कृति में हैं, यह जब लोगों की समझ में आएगा, तब लोगों को हिन्दू जनजागृति समिति एवं सनातन संस्था के कार्य की प्रतीति होगी ।