सनातन संस्था ने यह कहा है कि हमारी यह श्रद्धा है कि आज भगवान प्रभु श्रीरामचंद्रजी की कृपा से श्रीरामजन्मभूमि प्रकरण में सर्वोच्च न्यायालय की ओर से समस्त हिन्दू समाज के लिए एक ऐतिहासिक निर्णय मिला है । इसके लिए हम प्रभु श्रीरामचंद्रजी के चरणों में मनःपूर्वक कृतज्ञता व्यक्त करते हैं । अब यथाशीघ्र भव्य राम मंदिर के निर्माण का कार्य पूर्णता को पहुंचे और उससे करोडों हिन्दुओं की श्रीरामजन्मभूमि में प्रभु श्रीरामचंद्रजी के दर्शन करने की इच्छा पूर्ण हो; इसलिए हम श्रीरामचंद्रजी के चरणों में प्रार्थना करते हैं ।
सनातन संस्था सभी श्रीरामभक्तों से आवाहन करती है कि हमें उन्माद का प्रदर्शन करनेवाले कृत्य टालकर निम्न प्रकार से सात्त्विक धर्माचरण करना चाहिए –
1. श्रीराम मंदिर में एकत्रित होकर प्रार्थना एवं कृतज्ञता व्यक्त करें ।
2. घर में सभी एकत्रितरूप से श्रीरामरक्षास्तोत्र का पाठ तथा श्रीरामजी का न्यूनतम १० मिनटोंतक सामूहिक नामजप करें ।
3. घर पर ध्वजा खडी करें; घर के सामने रंगोली बनाएं, दीप प्रज्वलित करें, आकाशदीप लगाएं इत्यादि ।
4. घर में मीठे पदार्थ बनाकर पूजाघर में स्थित श्रीरामजी की मूर्ति अथवा प्रतिमा को उसका भोग लगाए और उसके पश्चात उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करें ।
5. श्रीरामजी के मंदिर का निर्माण शीघ्रता से हो, साथ ही भारत में रामराज्य की स्थापना हो; यह प्रार्थना भी करें ।
सनातन संस्था की ओर से यह आवाहन किया गया है कि उपरोक्त दिए गए श्रीरामचंद्रजी को अपेक्षित सात्त्विक धर्माचरण के कृत्य करें ।
आपका विनम्र,
श्री. चेतन राजहंस,
राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था.