सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस ने यह आवाहन किया है कि आनेवाले 17 नवंबर से पहले सर्वोच्च न्यायालय की ओर से श्रीरामजन्मभूमि प्रकरण का निर्णय आने की संभावना है । इस निर्णय की पृष्ठभूमिपर समस्त हिन्दू समाज प्रतिदिन एक समय सुनिश्चित कर श्रीरामजी का नामजप करें, रामराज्य की स्थापना हो; इसके लिए श्रीरामजी से मनःपूर्वक प्रार्थना करें, सर्वगुणसंपन्न श्रीरामजी के आदर्श गुणों का चिंतन कर उन्हें आत्मसात करने के नित्य प्रयास करें तथा इसके साथ ही न्यायालय जो निर्णय देगा उसका सामाजिक सौहार्द बनाए रखते हुए स्वीकार करें ।
श्री. राजहंस ने यह भी कहा है कि इस प्रकरण में कुछ असामाजिक तत्त्वों द्वारा सामाजिक सौहार्द एवं शांति को बिगाडने का प्रयास किए जाने की संभावना को अस्वीकार नहीं किया जा सकता । यदि ऐसा हुआ, तब भी श्रीरामजी के प्रति श्रद्धा रखकर शासन-प्रशासन से सहयोग करें । श्रीरामजी के नाम में बहुत शक्ति होने के कारण उनके प्रति श्रद्धा रखकर कृत्य करने से रामभक्त को निश्चित रूप से उनके नाम की अनुभूति होती है । हिन्दू समाज उस अनुभूति का अनुभव करने का प्रयास करे ।
आपका विनम्र,
श्री. चेतन राजहंस,
राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था.