नई मुंबई : केंद्र शासन का आयुष मंत्रालय, राज्य शासन, महाराष्ट्र आरोग्य विज्ञान विद्यापीठ, भारतीय केंद्रीय चिकित्सा परिषद, सिडको, नई मुंबई महापालिका, डॉ. जी.डी. पोळ फाऊंडेशन, डॉ. डी.वाई. पाटिल विद्यापीठ आदि के संयुक्त आयोजन में वाशी के सिडको प्रदर्शनी केंद्र में आयुर्वेद से संबंधित विश्वस्तर की प्रदर्शनी ‘वर्ल्ड आयुष एक्स्पो एवं स्वास्थ-२०१९’ का आयोजन किया गया था । २२ से २५ अगस्त की कालावधि में यह प्रदर्शनी लगाई गई थी । इस प्रदर्शनी में सनातन संस्था की ओर से आयुर्वेद के साथ ही अन्य चिकित्सापद्धतियों की जानकारी देनेवाले, साथ ही धार्मिक ग्रंथों की प्रदर्शनी एवं क्रय केंद्र का आयोजन किया गया था । राज्य के १६ जनपदोंसहित नेपाल एवं पश्चिम बंगाल के कई आधुनिक वैद्यों ने इस प्रदर्शनी का अवलोकन कर लाभ उठाया ।
इस सम्मेलन में आयुर्वेद, युननी, होमियोपैथी, योग, निसर्गोपचार एवं सिद्ध (आयुष) इन चिकित्सकीय पद्धतियों के द्वारा चिकित्सा करनेवाले देशभर के आधुनिक वैद्य, विविध क्षेत्रों के मान्यवर एवं छात्र उपस्थित थे । इसमें विविध चिकित्सकीय पद्धतियों की जानकारी देनेवाले बडे कक्ष लगाए गए थे । इन प्रदर्शनीयों का आयोजन बडे सभागारों में किया गया था । इस अवसरपर आयुर्वेद के साथ ही अन्य विविध चिकित्सकीय पद्धतियों में उल्लेखनीय कार्य करनेवाले विशेषज्ञों को जीवनगौरव एवं एक्सलन्स पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया । इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘घर-घर में स्वास्थ्य’ इस महत्त्वाकांक्ष उपक्रम की प्रसिद्धि की गई ।
विशेष सहयोग
महाराष्ट्र कौन्सिल ऑफ इंडियन मेडिसिन के सदस्य, डी.वाय. पाटिल चिकित्सालय के स्त्री रोग विशेषज्ञ तथा सम्मेलन के आयोजक समिति के सदस्य डॉ. विष्णु बावणे ने सनातन संस्था की ग्रंथ प्रदर्शनी के आयोजन में सर्वोपरी सहयोग दिया । उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ ग्रंथ प्रदर्शनी का अवलोकन कर परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के कार्य की जानकारी देनेवाला ग्रंथ, साथ ही उनके सहयोगियों ने अन्य ग्रंथ हाथ में लेकर साधकों के साथ छायाचित्र खींच लिए और उपस्थित जिज्ञासुओं को ग्रंथ प्रदर्शनी के अवलेकन हेतु प्रोत्साहित किया ।
मान्यवरों की प्रतिक्रियाएं
१. आधुनिक वैद्य चारुशीला गिरी
सनातन संस्था के ग्रंथों में अध्यात्म एवं विज्ञान का अच्छा मेल है । इन ग्रंथों को पढने से कई समस्याओं के समाधान मिलते हैं । मुझे ये ग्रंथ बहुत अच्छे लगते हैं ।
२. श्री. श्रीनिवासन
मैने आपके ग्रंथों का क्रय कर उनका अध्ययन किया और मैने कई लोगों को ये ग्रंथ दिए । इस ग्रंथ में जो स्पष्टता है, वह अन्य किसी ग्रंथों में नहीं है । ये ग्रंथ हमें धर्म और संस्कृति के मूलतक ले जा रहे हैं ।
३. आधुनिक वैद्य दिगंबर मोकाट, पुणे
यहां आपकी ग्रंथ प्रदर्शनी देखकर मैं बहुत आनंदित हूं । आपके औषधीय वनस्पतियों की बुआई के विषय के ग्रंथ के लेखन हेतु मैने सहयोग दिया है । मैं आपके आश्रम का भी अवलोकन किया था । वहां मुझे बहुत अच्छा लगा और आनंद भी मिला ।