रामनाथी (गोवा) – आगामी आपातकाल में साधकों की रक्षा हो व ब्रह्मांड से आनेवाले देवताआें के स्पंदन साधकों को मिलें, जिससे वे चैतन्यमय हों, इस हेतु महर्षि ने मंत्रशक्ति से प्रभारित तीन कलश भेजे हैं ।
वसंतपंचमी के शुभमुहूत पर यहां के सनातन आश्रम में उनकी विधिवत पूजा की गई । इस अवसर पर परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी ने इन कलशों पर गंध–पुष्प चढाकर दर्शन किए । अक्षयतृतीया तक इन कलशों को विधिवत् मंत्रजप से प्रभारित किया जाएगा । तदुपरांत ये कलश आश्रम पर स्थापित किए जाएंगे ।