सातारा (महाराष्ट्र) में सनातननिर्मित धर्मरथ के माध्यम से धर्मप्रसार !
सातारा : सनातन संस्था अत्यंत प्रतिकूल स्थिति में बडी निष्ठा के साथ हिन्दू धर्मप्रसार का कार्य कर रही है । इस कार्य को करते समय संस्था ने विहंगम पद्धति से धर्मप्रसार का तंत्र विकसित किया है । इसी का एक भाग है हिन्दुओं को धर्मशिक्षा देनेवाला, समाज में धर्म का प्रसार एवं प्रचार करनेवाला सनातन का धर्मरथ ! सनातन द्वारा निर्मित धर्मरथ तो साक्षात चैतन्य का प्रवाह है । वारकरी संप्रदाय के वरिष्ठ कीर्तनकार ह.भ.प. कृष्णराव क्षीरसागर ने यह गौरवोद्गार व्यक्त किए । यहां के राजवाडा परिसर में अजिंक्य गणपति के सामने सनातन द्वारा निर्मित धर्मरथ लगाया गया है । इस धर्मरथ के उद्घाटन के समय वे ऐसा बोल रहे थे ।
ह.भ.प. कृष्णराव क्षीरसागर महाराज ने आगे कहा कि,
१. साक्षात भगवद्स्वरूप परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के संकल्प के अनुसार हिन्दू राष्ट्र स्थापना का कार्य गति पकड रहा है । ग्रंथ, नियतकालिक, सामाजिक संकेतस्थल, धर्मशिक्षावर्ग, धर्मजागृति सभाएं, अधिवेशन आदि के माध्यम से यह कार्य विहंगम पद्धति से चल रहा है ।
२. इस कार्य को अनेक महान साधु-संतों के शुभाशीर्वाद प्राप्त है तथा उसके कारण अल्पावधि में ही संस्था का कार्य देश-विदेश में फैल गया है ।
३. आप भी अपने धर्मकर्तव्य के रूप में सनातन के राष्ट्ररक्षा एवं धर्मजागृति के कार्य में तन, मन एवं धन से सम्मिलित होकर अपने धर्मकर्तव्य का निर्वहन करें ।
इस अवसरसर धर्मरथपर सेवारत साधक श्री. सागर म्हात्रे ने ह.भ.प. कृष्णराव क्षीरसागर महाराज को धर्मरथपर रखे गए ग्रंथों की जानकारी दी । ११ जून को यह धर्मरथ राजमहल, सातारा में होगा । इस धर्मरथपर सनातन द्वारा निर्मित ग्रंथ, देवताओं की सात्त्विक नामपट्टियां, प्रतिमाएं, सात्त्विक उत्पाद आदि की प्रदर्शनी आयोजित की गई है । यह प्रदर्शनी सुबह ९ बजे से लेकर रात के ९ बजेतक सभी के लिए उपलब्ध है । अतः आयोजकों की ओर से सातारा एवं परिसर के धर्मप्रेमी एवं राष्ट्रप्रेमी नागरिकों को इस प्रदर्शनी का अधिकाधिक लाभ उठाने का आवाहन किया गया है ।