विनम्र, प्रामाणिक एवं अन्याय के विरुद्ध लडने की लगन रखनेवाले अधिवक्ता विजयशेखर !
राष्ट्रीय अधिवक्ता अधिवेशन के दूसरे दिन की आनंदवार्ता !
विद्याधिराज सभागृह, रामनाथी (गोवा) : शांत एवं विनम्र स्वभाववाले, प्रामाणिक वृत्ति के और अन्याय के विरुद्ध लडने की लगन रखनेवाले बेंगळूरु (कर्नाटक) के अधिवक्ता विजयशेखर ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त कर, जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हुए । सनातन संस्था के धर्मप्रसारक (कर्नाटक) पू. रमानंद गौडा के शुभहस्तों श्रीकृष्ण की प्रतिमा भेंट देकर उनका सत्कार किया गया । इस आध्यात्मिक प्रगति की शुभवार्ता के विषय में अधिवक्ता विजयशेखर ने भगवान श्रीकृष्ण एवं परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के श्रीचरणों में कृतज्ञता व्यक्त की । फिर उन्होंने अपना मनोगत प्रस्तुत करते हुए कहा, ‘यह घटना मेरे लिए अनपेक्षित थी । यहां से आगे अब बहुत-बहुत धर्मकार्य करना है ।’ पू. रमानंद गौडा एवं हिन्दू जनजागृति समिति के कर्नाटक राज्य प्रवक्ता श्री. मोहन गौडा ने अधिवक्ता विजयशेखर की गुणविशेषताएं बताईं ।