संत मीराबाई, संत तुलसीदास, संत कालीदास, संत जनाबाई, संत नामदेव महाराज, संत निवृत्तीनाथ महाराज, संत ज्ञानदेव, संत मुक्ताबाई, संत एकनाथ महाराज, समर्थ रामदास स्वामी, संत तुकाराम महाराज इत्यादि संत अनेक शताब्दियां बीत जानेपर भी लोगों की स्मृतियों में बसे हैं; परंतु आजकल जो साहित्यकार अपने पुरस्कार वापस कर रहे हैं, उनके नाम कितने लोगों को ज्ञात हैं ? पुरस्कार लौटाने के उपरांत यह पता चलता है कि उन्हें पुरस्कार मिला था, और कालांतर में वे भुला दिए जाते हैं । – (परात्पर गुरु) डॉ. आठवले (१५.११.२०१५)