प्रयागराज (कुंभनगरी, उत्तर प्रदेश) : आज के समय में सर्वसामान्य लोग अर्थहीन जीवन व्यतीत कर रहे हैं । इस प्रदर्शनी के माध्यम से १६ संस्कार, नित्य पूजनोपचार, साथ ही दिनचर्या के विषय में धर्मज्ञान दिया जा रहा है । इसके कारण सभी को अर्थपूर्ण जीवन व्यतीत करने का मार्ग मिलेगा । सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति का हिन्दुत्व का कार्य तो किसी बडे अनुष्ठान के समान ही है । इस कार्य के लिए सदैव हमारे आशीर्वाद रहेंगे । उत्तराखंड राज्य के हरिद्वार के श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाडे के श्री १००८ महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंदगिरी महाराज ने ऐसा प्रतिपादित किया । १३ फरवरी को सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से कुंभनगरी में लगाई गए ग्रंथ एवं धर्मशिक्षा फलक प्रदर्शनियों के अवलोकन के पश्चात वे ऐसा बोल रहे थे । उन्होंने आगे कहा, ‘‘सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति जनसामान्योंतक वैदिक ज्ञान पहुंचा रहे हैं । संतों का अस्तित्व और भावपूर्ण सेवा करनेवाले साधकों के कारण यहां चैतन्य प्रतीत हो रहा है । साधकों द्वारा निस्वार्थ भाव से की गई सेवा ही वास्तविक राष्ट्रसेवा है ।’’
इस अवसरपर हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंंगळेजी ने उन्हें माल्यार्पण कर तथा ग्रंथ भेंट कर सम्मानित किया । इस समय समिति के उत्तर-पूर्व भारत मार्गदर्शक पू. नीलेश सिंगबाळजी, समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्यों के संगठक श्री. सुनील घनवट और समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान राज्यों के समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया उपस्थित थे ।