कुंभपर्व प्रयागराज २०१९
कुंभपर्व का जीवंत शब्दचित्रण करनेवाला स्तंभ : कुंभदर्शन
हिन्दू धर्म में विद्यमान विविधता, सर्वसमावेशीता, एकता और अखंडता का सर्वांगसुंदर दर्शन करानेवाले तथा विश्व का सबसे बडा एकमात्र धार्मिक महोत्सव ‘कुंभपर्व’ के उपलक्ष्य में इस विशेष स्तंभ का आरंभ किया गया है । इस स्तंभ के माध्यम से हमारे पाठकों को प्रयागराज का स्थलदर्शन, कुंभपर्व में सहभागी विविध अखाडों, उनकी पेशवाई शोभायात्राएं, संत-महंतों के दर्शन, त्रिवेणी संगमपर भक्तिभाव से स्नान करने आए हिन्दुओ के मुखमंडलोंपर विद्यमान उत्कट भाव, हिन्दू धर्म की ख्याति सुनकर सातसमुद्रपार कर आनेवाले विदेशी लोगों का कुंभ में सहभाग आदि का छायाचित्रण तथा इस विषय में विशेषतापूर्ण जानकारी देने का हमारा प्रयास रहेगा । इससे पाठकों को हिन्दू धर्म का अनन्यसाधारण महत्त्व तथा साधना क्यों आवश्यक है ?, यह समझ में आ जाएगा । इस स्तंभ के कारण आपको निश्चितरूप से घरबैठे भक्तिभाव का अनुभव होगा; किंतु ऐसा होते हुए भी आगामी संकटकाल में केवल साधना ही हमारा तारणहार सिद्ध होगी, यह निश्चित है !
प्रयागराज (कुंभनगरी), १८ जनवरी (संवाददाता) : जम्मू-कश्मीर के कठुआ आश्रम के श्री महामंडलेश्वर श्री श्री १००८ महंत गोपालदास महाराज ने १६ जनवरी को कुंभपर्व में लगाई गई सनातन संस्था की ग्रंथ एवं फ्लेक्स प्रदर्शनी का अवलोकन किया । इस अवसरपर हिन्दू जनजागृति समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान राज्यों के समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया ने उन्हें प्रदर्शनी की जानकारी दी । सनातन के धर्मप्रचारक श्री. अभय वर्तक ने भी उन्हें सनातन संस्था के कार्य के विषय में जानकारी देकर अवगत कराया । इस अवसरपर हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी ने महंत गोपालदासमहाराज को सनातन का हिन्दी भाषी ग्रंथ ‘गंगाजी की महिमा’ भेंट किया । इस समय राष्ट्र एवं धर्मजागृतिविषय की प्रदर्शनी का अवलोकन कर उन्होंने कहा, ‘‘आपकी प्रदर्शनी देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा । मेरा आपको संपूर्ण सहयोग रहेगा । जम्मू में हमारे ३ आश्रम हैं । आप आश्रम का अवलोकन करें । वहां आपके निवास का संपूर्ण प्रबंध किया जाएगा ।’’
स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात