साधकों को सूचना तथा पाठक, हितचिंतक और धर्मप्रेमियों से विनम्र अनुरोध !
०१.०१.२०१९ से लेकर २८.०२.२०१९ की कालावधि में प्रयागराज (उत्तरप्रदेश) में कुंभमेला होगा। इस कालावधि में संपूर्ण भारत से ३ करोड श्रद्धालु प्रयागराज आते हैं। इस मेले के स्थान पर एवं इस अवधि में की जानेवाली साधना का फल अन्य स्थान-समय की अपेक्षा १ सहस्र गुना अधिक होता है। इस कालावधि में सभी देवता, सभी तीर्थ, पूरा संतसमाज आदि प्रयागक्षेत्र पर उपस्थित होते हैं। ऐसे समय में साधना के लिए अधिकाधिक समय देने से हमें इन सभी के आशीर्वाद प्राप्त होते हैं और हमारा कार्य अल्पावधि में ही पूर्णत्व प्राप्त करता है !
इस मेले की कालावधि में प्रयागराज के कुंभक्षेत्र पर धर्मप्रसार एवं ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति अभियान’ व्यापक मात्रा में चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत हिन्दू राष्ट्र-जागृति की जानकारी देनेवाली ४ बडी फलक प्रदर्शनियां एवं अध्यात्म पर आधारित ग्रंथ-प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाएगा। साथ ही इस अवधि में विविध धार्मिक पंडालों में हिन्दू राष्ट्र के संदर्भ में व्याख्यान देना, हस्तपत्रिकाओं का वितरण करना, समविचारी संतों से संपर्क करना, संतसम्मेलनों का आयोजन करना आदि उपक्रमों का आयोजन किया जाएगा !
इस समय में साधना हेतु अधिकाधिक समय देने पर देवता एवं संतों के आशीर्वाद प्राप्त हो कर इच्छित कार्य अल्पावधि में पूर्णता को पहुंचता है। इस पुण्यकाल का साधना की दृष्टि से लाभ उठाकर धर्मप्रसार का कार्य सर्वत्र पहुंचाने के उद्देश्य से भारतवर्ष के १५० धर्मप्रेमी एवं साधक सेवा हेतु कुंभक्षेत्र में उपस्थित रहेंगे !
१. कुंभक्षेत्र में धर्मप्रसार कार्य हेतु भारतवर्ष
के १५० धर्मप्रेमी एवं साधकों को २ मास का निवास !
धर्मप्रेमी तथा साधकों के निवास की दृष्टि से, साथ ही विविध सेवाओं के लिए प्रयाग में वास्तु, उदा. घर, सदनिका (फ्लैट), सभागार (हॉल) की आवश्यकता है । जो साधक, पाठक, हितचिंतक तथा धर्मप्रेमी धर्मप्रसार की सेवाओं के लिए प्रयाग में स्थित अपनी स्वयं की वास्तु को निःशुल्क उपयोग के लिए अथवा अल्प-किराएपर दे सकते हैं, वे कृपया सूचित करें । प्रयाग में झूंसी, अलोपीबाग, अल्लापुर, सोहबतिया बाग, टागोर टाऊन, जोरगे टाऊन इन क्षेत्रों में ऐसी वास्तु होगी, तो सुविधाजनक होगा; परंतु इसके अतिरिक्त भी अन्य क्षेत्र की वास्तु भी चलेगी ।
२. कुंभ मेला की सेवा हेतु सुस्थित
दोपहिया तथा चारपहिया वाहनों की आवश्यकता !
इस समय में कुंभक्षेत्र में विविध सेवाओं के लिए दोपहिया और चारपहिया वाहनों की आवश्यकता है । डिजलपर चलनेवाली तथा ४ – ५, साथ ही ८ – १० लोग बैठ सकेंगे, इतने आसनक्षमतावाले चारपहिया वाहन तथा संभवतः सेल्फ स्टार्ट की सुविधा से युक्त दोपहिया वाहनों की आवश्यकता है ।
जो साधक, पाठक, हितचिंतक अथवा धर्मप्रेमियों के पास सभी कागदपत्रों से (आर्.सी. बुक, पीयुसी, बीमा (इन्शुरन्स) आदि) से युक्त उपर्युक्त वाहन होंगे, तो वे उन्हें उपयोग के लिए दे सकते हैं ।
साधकों के परिजन अथवा कोई परिचित प्रयाग में रहते हों तथा वे कुंभसेवा के लिए अपने वाहन उपयोग के लिए दे सकते हों, तो भी सूचित करें ।
३. भोजन एवं अल्पाहार हेतु धनरूप में सहायता
कर पुण्यसंग्रहसहित आध्यात्मिक लाभ भी प्राप्त करें !
उनके लिए ६० दिनों के (२ मासों के) कुंभकाल अवधि में अल्पाहार एवं भोजन का व्यय निम्न प्रकार से है –
व्यय का स्वरूप | व्यय (रुपयों में) |
१. प्रतिदिन के सुबह एवं सायंकाल का अल्पाहार और चाय | ८,२५० |
२. प्रतिदिन का दोपहर एवं रात का भोजन | १८,००० |
प्रतिदिन का कुलव्यय | २६,२५० |
६० दिनों का कुल व्यय | १५,७५,००० |
धर्मप्रेमी एवं साधकों का अल्पाहार एवं भोजन के लिए धन के रूप में सहायता की आवश्यमता है ।
जो साधक, पाठक, हितचिंतक तथा धर्मप्रेमी धर्मप्रसार की सेवाओं के लिए सहायता कर सकते हैं, वे कृपया सूचित करें ।
इसके लिए इच्छुक निम्न क्रमांक से संपर्क करें ।
नाम एवं संपर्क क्रमांक : श्रीमती भाग्यश्री सावंत – ७०५८८८५६१०
संगणकीय पता : sanatan.sanstha2025@gmail.com
डाक का पता : श्रीमती भाग्यश्री सावंत, द्वारा सनातन आश्रम, २४/बी, रामनाथी, बांदिवडे, फोंडा, गोवा. पीन – ४०३४०१
यहां भी दान (अर्पण) देने की सुविधा उपलब्ध है !
१. https://www.sanatan.org/en/donate
– (सद्गुरु) श्रीमती बिंदा सिंगबाळ, सनातन आश्रम, रामनाथी, गोवा