संभाजीनगर : यहां चलाए गए राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन में हिन्दू जनजागृति समिति की श्रीमती आनंदी वानखेडे ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का पालन कर २५ दिसंबर २०१८ से २ जनवरी २०१९ की कालावधि में पटाखे जलानेपर प्रतिबंध लगाया जाए तथा चीनी बनावटवाले पटाखों की बिक्रीपर प्रतिबंध लगाने की मांग की ।
इस अवसरपर हिन्दू विधिज्ञ परिषद के संस्थापक-सदस्य अधिवक्ता सुरेश कुलकर्णी ने यह मांग करते हुए कहा कि सनातन संस्था तथा उसके साधक विगत २ दशकों से भी अधिक समय से निस्वार्थभाव से हिन्दू धर्म एवं संस्कृति का प्रसार कर अध्यात्म, साधना, संस्कृति तथा राष्ट्र के विषय में जागृति ला रहे हैं । साथ ही भ्रष्टाचार, जनता की लूट और अन्याय के विरुद्ध वैधानिक पद्धति से संघर्ष कर रहे हैं; परंतु प्रसारमाध्यमों में निरंतर झूठे समाचार दिखाकर संस्था को बिना किसी कारण अपकीर्त किया जा रहा है और साथ ही हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकताओं को भी अपकीर्त किया जा रहा है । इस प्रकार से झूठे समाचार देनेवाले प्रसारमाध्यमों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए ।
संभाजीनगर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने यह आंदोलन किया गया । इस आंदोलन में ४० से भी अधिक धर्मप्रेमी हिन्दू उपस्थित थे।
इस अवसरपर सनातन संस्था की श्रीमती रोहिणी जोशी ने कहा कि केरल में लाखों महिला एवं पुरुष भक्तों ने शबरीमला मंदिर की परंपरा की रक्षा हेतु बडी संख्या में फेरियां, आंदोलन आदि वैधानिक पद्धति से अपना विरोध दर्शाया । केरल पुलिस प्रशासन ने ऐसे ३५०० से भी अधिक आंदोलनकारी भक्तों को बंदी बनाकर उनके विरुद्ध अभियोग प्रविष्ट किए हैं, जो दुर्भाग्यजनक और निंदनीय है । अतः इन अभियोगों को वापस लिया जाए ।