भाईंदर (जनपद ठाणे) में श्री खंडेलवाल नवयुवक मित्रमंडल
की ओर से स्नेहसम्मेलन कार्यक्रम उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न
संस्कारों के माध्यम से अच्छे समाज का निर्माण हमारा कर्तव्य ! –
अधिवक्ता ईश्वरप्रसाद खंडेलवाल, अध्यक्ष, श्री खंडेलवाल नवयुवक मित्रमंडल, मुंबई
भाईंदर (जनपद ठाणे) : आज हमारे हिन्दू समाज को धर्माचरण सिखाने की आवश्यकता है । संस्कारों के माध्यम से अच्छे समाज का निर्माण होता है तथा यह हम सभी का प्रमुख कर्तव्य है । १४ फरवरी को वैलेंटाईन डे मनाया जाता है; परंतु हमें इस विदेशी परंपरा को बदलना चाहिए । इसलिए हम १४ फरवरी को ‘मातृ-पितृ पूजन दिवस’ मनाएंगे । इस माध्यम से हमारी संस्कृति तथा परंपरा संजोई जाएगी । श्री खंडेलवाल नवयुवक मित्रमंडल की ओर से खंडेलवाल समुदाय एकत्रित होकर १४ फरवरी २०१९ को मातृ-पितृ दिवस मनाया जाएगा, साथ ही इस अवसरपर विद्यालयीन बच्चों के लिए बालसंस्कार शिविर का आयोजन किया जाएगा । श्री खंडेलवाल नवयुवक मित्रमंडल के अध्यक्ष अधिवक्ता खंडेलवाल ने यह आवाहन करते हुए कहा कि जब-जब समाजकार्य की आवश्यकता होती है, तब-तब खंडेलवाल समुदाय बडा योगदान दें । खंडेलवाल (वैश्य) नवपरगना समुदाय के लिए दीपावली के उपलक्ष्य में आयोजित स्नेहसम्मेलन में अपने ज्ञातिजनों को संबोधित करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे । १८ नवंबर २०१८ को भाईंदर (पश्चिम) के कस्तुरी गार्डन प्रांगण में उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ । ८०० से भी अधिक लोगों ने इसका लाभ उठाया ।
श्री. खंडेलवाल ने आगे कहा, ‘‘खंडेलवाल (वैश्य) नवपरगना समुदाय के राजस्थानसहित संपूर्ण भारतवर्ष में १० सहस्र सदस्य हैं तथा यह समुदाय चारभुजा (विष्णुजी) की उपासना करनेवाला समुदाय है । यह समुदाय स्वयं को दहेज प्रथा से दूर रखनेवाला, नशामुक्त तथा सात्त्विक समुदाय है । इस समुदाय ने देश के विविध राज्यों में जाकर राष्ट्रकार्य में अपना योगदान दिया है । अब इस समाज को साधना कर समाजसेवा तथा राष्ट्र-धर्म कार्य का संकल्प लेना चाहिए ।’’
इस अवसरपर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सनातन संस्था की प्रवक्ता श्रीमती नयना भगत ने उपस्थित खंडेलवाल समुदाय को ‘लव जिहाद’ विषयपर संबोधित किया ।
हिन्दू युवतियों को ‘लव जिहाद’ से बचाएं !
– श्रीमती नयना भगत, प्रवक्ता, सनातन संस्था
आज हमारे देश की समस्त जनता जिहादी आतंकवाद से त्रस्त है । हमारी हिन्दू युवतियां और माता-बहनों का जीवन ध्वस्त करनेवाले लव जिहाद का संकट भयानक है । इस लव जिहाद का संकट कोई नया नहीं है, अपितु महम्मद बीन कासिम, अकबर तथा अल्लाउद्दिन खिलजी के समय से ही लव जिहाद चल रहा है । चलचित्र अभिनेता तथा अभिनेत्रियां आज के युवकों के आदर्श बन गए हैं । यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज की युवा पीढी छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप जैसे वीरपुरुषों के विषय में २ पंक्तियां भी बोल नहीं सकती; परंतु मुसलमान अभिनेताआें के विषय में बोल सकती है । इन सभी खानों के साथ जो अभिनेत्रियां होती हैं, वे हिन्दू होती हैं । यह एक बडा षड्यंत्र है । हिन्दू लडकियां इस फिल्मी जिहाद की बलि चढ रही है और धर्मांध हिन्दू युवतियों को भगा ले जा रहे हैं । ये धर्मांध वशीकरण के माध्यम से हिन्दू युवतियों को अपने जाल में फंसा रहे हैं । स्वयं को इस संकट से बचाने बचाने के लिए हिन्दू युवतियों को साधना की आवश्यकता है ।