रामनाथी (गोवा) : सनातन संस्था तथा हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मकार्य में उत्पन्न बाधाएं दूर हों, सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुुरु डॉ. जयंत आठवलेजी का महामृत्युयोग टलकर उन्हें उत्तम स्वास्थ्यलाभ होा, हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य में उत्पन्न सभी विघ्न दूर होकर हिन्दू राष्ट्र की यथाशीघ्र स्थापना हो, साधक एवं हिन्दुत्वनिष्ठों की रक्षा हो, साथ ही महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय के लिए भूमि प्राप्त होने में उत्पन्न सभी विघ्न दूर हों, ये संकल्प कर १७ सितंबर २०१८ को रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम में भृगु महर्षि द्वारा जीवनाडीपट्टी में बताए जाने के अनुसार कालभैरव यंत्र का पूजन किया गया । इस अवसरपर परात्पर गुुरु डॉ. जयंत आठवलेजी ने कालभैरव यंत्र के दर्शन किए । इस अवसरपर सनातन के अन्य संत भी उपस्थित थे ।
सद्गुुरु श्रीमती बिंदा सिंगबाळजी तथा सद्गुुरु श्रीमती अंजली गाडगीळजी के हस्तों संकल्प लेने के पश्चात कालभैरव यंत्र को शोडशोपचारों के साथ पूजन किया गया । सनातन पुरोहित पाठशाला के संचालक तथा ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर के श्री. दामोदर वझे गुरुजी ने इस विधि का पौरोहित्य किया । कालभैरव यंत्र के पूजन के समय आश्रम के मुख्य प्रवेशद्वार से एक कत्थई रंग का एक कुत्ता आश्रम के सडक से दौडता हुआ गया । कुत्ता कालभैरव का वाहन होता है ।
कालभैरव यंत्र का पूजन करने के पीछे कार्यकारणभाव !
११.९.२०१८ को चेन्नई में भृगु जीवनाडीपट्टी वाचक श्री. सेल्वम्गुरुजी ने भृगु नाडीपट्टी का वाचन किया । इस समय महर्षि ने सद्गुरु (श्रीमती) अंजली गाडगीळ से कहा, ‘‘परात्पर गुुरु डॉ. आठवलेजी जिस आश्रम में रहते हैं, वहां सद्गुुरु (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी तथा सद्गुरु (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी को एकत्रितरूप से आनेवाली अष्टमी (१७.९.२०१८) को कालभैरव का यंत्ररूप में पूजन करें । ऐसा कहा जाता है कि जो कालभैरव की उपासना करनेवाले हैं, उन्हें लाल रंग के कपडे परिधान करने चाहिएं । इसलिए सद्गुुरु (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी तथा सद्गुरु (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी ने कालभैरव पूजन के समय लाल रंग की साडियां परिधान की थीं ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात