हिन्दुओं को तीसरा नेत्र खोलने हेतु बाध्य न करें ! – रमेश नाईक

म्हापसा की पत्रकार परिषद में हिन्दुत्वनिष्ठों की
सनातन विरोधी तथा आधुनिकतावादियों को चेतावनी !

पत्रकार परिषद में बाइ ओंर से श्री. चंद्रकांत (भाई) पंडित, श्री. रमेश नाईक तथा श्री. प्रसाद दळवी

म्हापसा (संवाददाता) – सनातन संस्था हिन्दुओं को धर्मशिक्षा देती है । यह एक आध्यात्मिक संस्था है । सनातन के रामनाथी आश्रम में राष्ट्राभिमान सिखाया जाता है । सनातन पर प्रतिबंध लगाने की मांग करनेवालों का मैं धिक्कार करता हूं । हम सनातन संस्था पर कदापि प्रतिबंध नहीं लगने देंगे । इस संबंध में हिन्दुओं को तीसरा नेत्र खोलने हेतु बाध्य न करें, एसी चेतावनी हिन्दुत्वनिष्ठ तथा शिवसेना के भूतपूर्व गोवा राज्यप्रमुख श्री. रमेश नाईक ने सनातनद्वेषियों ओंर कथित आधुनिकतावादियों दी । सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने की मांग राज्य के कांग्रेस नेता तथा समाज के कुछ घटकों द्वारा की जा रही है । इस पृष्ठभूमि पर यहां के सुहास होटल में आयोजित पत्रकार परिषद में वे बोल रहे थे । पत्रकार परिषद में गोमंतक मंदिर ओंर धार्मिक संस्था महासंघ के अध्यक्ष श्री. चंद्रकांत (भाई) पंडित, शिवसेना के ग्राहक संरक्षण मंच के भूतपूर्व पदाधिकारी श्री. प्रसाद दळवी उपस्थित थे ।

श्री. रमेश नाईक ने विविध उदाहरण देकर सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने की मांग करनेवाले गोवा प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष गिरीश चोडणकर का सनातनद्वेष तथा हिन्दूद्वेष उजागर किया । वे बोले सनातन के साधकों पर बम रखने के आरोप लगाए गए; परंतु किसी भी न्यायालय में ये आरोप सिद्ध नहीं हुए हैं । विविध प्रकरणों में सनातन को फंसाने का आधुनिकतावादियों का षड्यंत्र है । भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की हत्या के उपरांत सिक्खों के हत्याकांड में कांग्रेस के नेता सम्मिलित थे; परंतु उस समय कांग्रेस पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया गया ? आतंकवाद से संबंधित रोहिंग्या मुसलमानों के समर्थन में गोवा में हुइ फेरियों में सम्मिलित हुइ कांग्रेस पर प्रतिबंध क्यों न लगाया जाए ?

 

सनातन का कार्य दीपस्तंभ के समान
सबके लिए प्रेरणादायक ! – चंद्रकांत (भाई)
पंडित, अध्यक्ष, गोमंतक मंदिर एवं धार्मिक संस्था महासंघ

सनातन संस्था गत २६ वर्षों से सामाजिक, धार्मिक ओंर आध्यात्मिक क्षेत्रों में कार्य कर रही है । मराठी भाषा की रक्षा, स्वतंत्रता सैनिकों का सम्मान, पश्चिमी संस्कृति का विरोध, हिन्दुओंके हो रहे धर्मपरिवर्तन का विरोध, मंदिरों की पवित्रता बनाए रखना तथा मंदिरों की रक्षा करना आदि क्षेत्रों में सनातन संस्था सक्रिय है । सनातन संस्था गोवा की संस्कृति के लिए पूरक कार्य कर रही है । हिन्दू संस्कृति का पालन तथा हिन्दू राष्ट्र की स्थापना आदि हिन्दुओंकी इच्छापूर्ति के लिए सनातन संस्था प्रयासरत है । सनातन संस्था के साधक लगनपूर्वक कार्य कर रहे हैं । सनातन का कार्य दीपस्तंभ के समान सबके लिए प्रेरणादायक है । सनातन संस्था को अनेक साधुसंतों के आशीर्वाद प्राप्त हैं । अनेक जनप्रतिनिधि तथा हिन्दुत्वनिष्ठ सनातन संस्था के समर्थन में खडे हैं । सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी का ध्येय हिन्दू राष्ट्र की स्थापना है । यह ध्येय अवश्य पूर्ण होगा । सनातन का धर्मप्रसार का कार्य बढ रहा है । इसलिए विरोधियों का विरोध होना स्वाभाविक है । आज हिन्दूविरोधी शक्तियां संगठित होकर हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की अपकीर्ति कर रही हैं । हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ताओं को आतंकवादी, तो नक्सलवाद से संबंध रखनेवाले कथित आधुनिकतावादियों को विचारक संबोधित किया जा रहा है । इस प्रकार का संबोधन एक देशद्रोह है । सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने की मांग करना एक षड्यंत्र है । सनातन के संबंध में झूठे समाचार प्रसारित कर सनातन संस्था की अपकीर्ति करना दुर्भाग्यपूर्ण है । सनातन की अपकीर्ति करनेवाले स्वार्थी एवं हिन्दूद्वेषी हैं । असत्य की कितनी भी धूल उडे, सत्य कभी नहीं छिपता ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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