सनातन संस्था के किसी भी साधक पर अभी तक कोई भी आरोप सिद्ध नहीं हुआ है अथवा संस्था का किसी भी प्रकरण में सहभाग भी
नहीं है । हिन्दू विचारधारा को अपकीर्त करने के लिए धर्मनिरपेक्ष और साम्यवादियों ने सनातन पर आरोप करने का अभियान प्रारंभ किया है । सनातन संस्था के विरोध में कोई भी प्रमाण नहीं है तथा प्रमाण हो भी नहीं सकता । मैंने व्यक्तिगत रूप से सनातन के कार्य का अनुभव किया है । सनातन संस्था प्रारंभ से केवल आध्यात्मिक कार्य कर रही है । वह संविधान के विरोध में कोई कार्य नहीं करती, और न ही ऐसे किसी कार्य में सनातन का सहभाग है । जिन्हें यह लगता है कि हिन्दू विचारधारा का प्रसार न हो, वे लोग सनातन पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हैं । हिन्दूद्वेषियों द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुनियोजित षड्यंत्र रचा जा रहा है तथा हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन की अपकीर्ति की जा रही है । सनातन के साधक पूर्णत: शुद्ध हैं । जो लोग देश के हिन्दुआें को संगठित होता नहीं देखना चाहते, वे ही इसके पीछे हैं । सनातन पर प्रतिबंध लगाने की मांग करनेवालों की पहले जांच होनी चाहिए । (२६.८.२०१८)