कल से कांग्रेस के उतावले नेता निरंतर मांग कर रहे हैं, सनातन पर प्रतिबंध लगाओ और सनातन के प्रमुख को गिरफ्तार करो ! कांग्रेस के नेता अपनी चमडी बचाने के लिए सनातन को लक्ष्य करने के लिए यह मांग कर रहे हैं । सनातन संस्था ने २०१५ और मार्च २०१८ में विखे-पाटील के भ्रष्टाचार के प्रकरण उजागर किए । दुर्भाग्यवश भाजपा शासन ने भी अभी तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं की है । इसी का प्रतिशोध लेने की भावना से विखे-पाटील इतना आकाश-पाताल एक कर रहे हैं । सनातन संस्था के प्रमुख को गिरफ्तार करो, ऐसी मांग करने का नैतिक अधिकार कांग्रेसियों को नहीं है । जिस दल के महासचिव आतंकवादी डॉ. जाकिर नाईक के गले लगकर उनके व्यासपीठ पर जाते हैं, डॉ. जाकिर जिस कांग्रेस को ५० लाख की सहायता करते हैं, पंजाब के कांग्रेसी मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भारत पर आक्रमण करनेवाले पाकिस्तानी सेना के प्रमुख के गले लगते हैं, पाकिस्तान में जाकर भारत की सरकार बदलने की लाचार और देशद्रोही मांग करनेवाले मणिशंकर अय्यर की जो कांग्रेस घरवापसी कर लेती है, हाल ही में जिस कांग्रेस के मणिपुर विधायक के घर में पुलिस मुख्यालय से चोरी हुए अस्त्र-शस्त्र मिले, बोफोर्स से आदर्श-खदान घोटाले तक जिस कांग्रेस के मंत्री भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं (यह कभी न समाप्त होनेवाली सूची है), उस कांग्रेस के पापों के लिए कांग्रेस के प्रमुख राहुल गांधी अथवा तत्कालीन प्रमुख सोनिया गांधी को पकडा जाए अथवा उनको गिरफ्तार किया जाए, यह मांग जितनी उपहासात्मक है, उतनी ही उपहासात्मक और बचकानी मांग महाराष्ट्र के कांग्रेसी ‘विनोदी’पक्ष नेता राधाकृष्ण विखे पाटील कर रहे हैं ।
दाभोलकर हत्या की जांच आरंभ होने के पूर्व ही जिन पृथ्वीराज चव्हाण ने इस हत्या के पीछे दक्षिणपंथी विचारधारा का हाथ है, ऐसा शोर मचाकर जांच भटकाई; उन्हीं के भाई बने विखे-पाटील भी अपने पाप ढकने के लिए सनातन पर प्रतिबंध की मांग कर रहे हैं । इसके लिए ‘झूठ बोलो पर पूरे आत्मविश्वास से बोलो’ इस कांग्रेसी सिद्धांत के अनुसार सनातन पर झूठे आरोप लगा रहे हैं । इस कारण सनातन पर प्रतिबंध लगेगा कि नहीं, यह समय तय करेगा; परंतु विखे-पाटील को कारागृह तक पहुंचाने में सनातन का बडा योगदान अवश्य रहेगा, यह वे ध्यान में रखें ।
– श्री. चेतन राजहंस, प्रवक्ता, सनातन संस्था.