सनातन का आश्रम अद्भुत है ! – साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकुर

प्रखर धर्मनिष्ठ साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकुर
का रामनाथी (गोवा) के सनातन आश्रम में भावपूर्ण स्वागत !

दाएं से साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकुर, सनातन की सद्गुरु (श्रीमती ) बिंदा सिंगबाळ,

मंत्रपठण करते समय साधक-पुरोहित तथा औक्षण करते समय श्रीमती आरती

पुराणिक

रामनाथी (गोवा) – ५ अप्रैल को रात्रि यहां के सनातन के आश्रम में मालेगांव बमविस्फोट प्रकरण में जमानत पर मुक्त हुई प्रखर धर्मनिष्ठ साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकुर साध्वीजी का शुभागमन होने के पश्चात् साधकों ने उनका भावपूर्ण स्वागत किया । श्रीमती आरती पुराणिक ने उनका पाद्यपूजन तथा औक्षण किया। साथ ही उन्हें पुष्पहार अर्पण कर आदर किया । उस समय सनातन साधक-पुरोहित पाठशाला के पुरोहितों ने मंत्रपठन किया । तत्पश्चात् आश्रम में प्रवेश करते समय सनातन की सद्गुरु (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळ के साथ संवाद करते समय साध्वीजी ने आश्रम के प्रति इस प्रकार के प्रशंसोद्गार व्यक्त किए कि, ‘सनातन का आश्रम अद्भुत है !’ ।

साध्वी प्रज्ञासिंह को सनातन प्रभात नियतकालिक के संदर्भ में जानकारी देते समय श्री. चेतन राजहंस, साथ दायी ओर साध्वीजी के अनुयायी श्री. भगवान झा

दूसरे दिन अर्थात् ६ अप्रैल को सायंकाल के समय साध्वीजी को ६२ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर के सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस ने आश्रम में किए जानेवाले राष्ट्र एवं धर्म कार्य के साथ आध्यात्मिक विषयक संशोधन कार्य की जानकारी दी । उस समय साध्वीजी के साथ उनके अनुयायी भी उपस्थित थे ।

क्षणिकाएं

१. साध्वीजी के स्वागत हेतु आश्रम के प्रवेश द्वार से आश्रम के साधक पारंपारिक वेश परिधान कर तथा भगवा ध्वज लेकर खडे थे । साथ ही आश्रम में मिठ्ठी के दीप भी प्रज्वलित किए गए थे ।

२. साध्वीजी का आश्रम के आगमन होते ही उपस्थित साधकों ने ‘जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम्’, का जयघोष किया ।

३. स्वागत के समय आश्रम की सुवासिनियों ने साध्वीजी के चरणों पर पुष्प अर्पण किए ।

४. उस समय सनातन के संत पू. सदानंद (बाबा) नाईक, पू. (श्रीमती ) सूरजकांता मेनराय, पू. (डॉ.) मुकुल गाडगीळ, परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के ६९ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर होनेवाले बडे बंधू श्री. अनंत बाळाजी आठवले तथा सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस उपस्थित थे ।

५ अप्रैल के दिन के विशेष सूत्रं इस प्रकार हैं …

१. साध्वी प्रज्ञासिंह के स्वागत हेतु साधकों द्वारा सिद्ध किया गया स्वागत पर काव्यफलक साध्वीजी ने पढा । तत्पश्चात् आश्रम की वास्तु में प्रवेश करने के पश्चात् मार्गिका में उपस्थित साधकों की ओर देखकर साध्वीजी ने उत्स्फूर्तता से ‘जय हिन्दु राष्ट्र’, ऐसा जयघोष किया ।

२. ६५ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर होनेवाले हिन्दू जनजागृति समिति के केंद्रीय समन्वयक श्री. नागेश गाडे साध्वीजी को हवाई अड्डे से आश्रम में लेकर आए । आश्रम में आते समय उन्होंने साध्वीजी को बताया कि, ‘साध्वीजी आप आश्रम में आ रही हैं, इसलिए साधकों को अत्यंत आनंद प्रतीत हो रहा है । पूरे आश्रम का वातावरण दिवाली त्योहार के समान है । इस पर साध्वीजी ने ‘होकार’ प्रदर्शित किया । आश्रम के प्रवेश द्वार से गाडी अंदर प्रवेश करते समय ही साध्वीजी ने देखा कि, आश्रम के साधक पारंपारिक वेश परिधान कर तथा भगवा ध्वज हाथ में पकडकर खडे हैं । यह भावपूर्ण वातावरण देखकर साध्वीजी ने बताया कि, ‘‘मैं यहां से (प्रवेशदार से) ऊपर तक पैदल जाती हूं ।’’ किन्तु श्री. गाडे ने मार्ग में अधिक चढ होने के कारण वाहन से ऊपर जाने की विनती की तथा साध्वीजी ने वह स्वीकार की ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Leave a Comment