चेन्नई – हालहीमें सनातन संस्था की ओर से यहां के श्री. प्रभाकरन् के निवासस्थान पर विशेष सत्संग समारोह का आयोजन किया गया था । इस भावपूर्ण सत्संग समारोह के लिए ३० से अधिक साधक उपस्थित थे ।
उस समय पू. (श्रीमती) उमा रविचंद्रन् ने ‘स्वभावदोष एवं अहं निर्मूलन करते समय दैनंदिन जीवन में आनेवाले प्रसंगों से कैसे सीख सकते हैं ?’, इस सदंर्भ की जानकारी दी । सनातन की साधिका श्रीमती सुगंधी जयकुमार ने ‘गुरुकृपायोग का महत्त्व’ इस संदर्भ में जानकारी दी । श्री. प्रभाकरन् ने आश्रम के वास्तव्य के समय उन्हें प्राप्त हुई अनुभूतियां कथन की तथा परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवले के सत्संग में सीखने प्राप्त हुए सूत्रं कथन किए । श्रीमती कल्पना तथा श्रीमती सुधा ने सूत्रसंचलन किया ।
क्षणिकाएं
१. इस समारोह में श्री. प्रभाकरन् तथा श्री. जयकुमार का परिवार उत्स्फूर्त रूप से सम्मिलित हुआ ।
२. उपस्थितों मेंसे अनेक लोगों ने इस प्रकार का सत्संग पुनः आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की ।