सातारा, १२ मार्च – राजवाडा के गोलबाग परिसर में आयोजित किए गए ‘राष्ट्रीय हिन्दु आंदोलन’ में हिन्दु महासभा के जिल्हा उपाध्यक्ष श्री. धनराज जगताप वक्तव्य कर रहे थे । उस समय उन्होंने इस प्रकार की मांगे की कि, ‘बालापुर, हैद्राबाद में अवैध रूप से निवास करनेवाले रोहिंग्या मुसलमानों केलिए १०८ घरों का प्रकल्प सिद्ध किया गया है । उसका अनावरण तेलंगण के उपमुख्यमंत्री महम्मद अली के हाथों किया गया । इससे पूर्व जम्मू-काश्मीर, बंगाल तथा अन्य राज्यों में भी रोहिंग्या मुसलमानों के लिए निवास का प्रबंध किया गया है । जम्मू-काश्मीर में धारा ३७० लागू होने के कारण उस राज्य के बाहर का अन्य कोई भी नागरिक वहां घर नहीं बना सकता । ऐसे होते हुए भी रोहिंग्या मुसलमानों को वहां घरं कैसे दिए जाते हैं ? कुछ स्थानों पर इन्हीं रोहिंग्यों ने हिन्दु महिलाओं पर अत्याचार किए, उनकी हत्या की, हिन्दुओं को धर्मपरिवर्तन करने हेतु दबाव डाला गया, नमाज के लिए दबाव डाला गया, इत्यादि घटनाएं घटी हैं । इसप्रकार के उपद्रवी रोहिंग्या मुसलमानों ने यदि कल आतंकवादी कार्यवाही की, तो उसका उत्तरदायी कौन रहेगा ? अतः हैद्राबाद के साथ पूरे देश के रोहिंग्या मुसलमानों की वसाहत की अनुमती निरस्त करें तथा हिन्दु महिलाओं पर अत्याचार करनेवाले रोहिंग्या मुसलमानों को त्वरित देश से बाहर निकालें ।’
उस समय हिन्दु महासभा के महाराष्ट्र प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता गोविंद गांधी, विश्व हिन्दु परिषद के शहरमंत्री श्री. जितेंद्र वाडेकर, योगवेदांत सेवा समिति के श्री. दीपक पाटिल, हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता तथा सनातन संस्था के साधक इत्यादि ३० से अधिक धर्माभिमानी हिन्दू उपस्थित थे ।
हज यात्रा के लिए हवाई यात्रा किराएं पर की गई कपात त्वरित निरस्त करें ! – जितेंद्र वाडेकर
विश्व हिन्दु परिषद के शहरमंत्री श्री. जितेंद्र वाडेकर ने यह मांग की कि,‘केंद्र सरकार ने १६ जनवरी को हज यात्रा पर अनुदान बंद किया, ऐसा जाहीर करने के पश्चात् न्यूनतम डेढ मास के अंदर ही २७ फरवरी को हज यात्रेकरूओं की हवाई यात्रा में १५ से ४५ प्रतिशत इतनी किराए कपात घोषित कर मुसलमानों को खुश किया । एक ओर ‘एअर इंडिया’ यह शासकीय हवाई कंपनी घाटे में होने के कारण उसे व्यक्तित्व स्वरूप में करने का प्रयास किया जा रहा था, उसी समय हज यात्रा के नाम पर करोडो रुपएं की सुविधा देकर इस आस्थापन की आय डुबोई जा रही है । इस में कौनसी व्यवहार्यता है ? साथ ही हजयात्रा अनुदान बंद करने का बहाना कर उतनी ही रकम हवाई यात्रा में सुविधा के रूप में देना, यह हिन्दुओं के आंखों में धूलफेंक करने का ही प्रकार है । शासन एक ओर अमरनाथ यात्रेकरू की संख्या नियंत्रित करती है तथा हज यात्रेकरू की संख्या १,७५,०२५ से गत वर्ष का उच्चांक पार करती है । यह भी एक विरोधाभास ही है । ऐसे कहते हुए वेंâद्र सरकार ने हज यात्रा के लिए हवाई किराएं में अधिक मात्रा में की गई कपात त्वरित निरस्त करनी चाहिए ।’
सिद्धीविनायक मंदिर के अर्पणनिधी में भ्रष्टाचार करनेवाले
भूतपूर्व न्यासियों पर फौजदारी अपराध प्रविष्ट करें ! – हेमंत सोनवणे
हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. हेमंत सोनवणे ने ये मांग की कि, ‘वर्ष २०१६ में मुंबई के श्री सिद्धीविनायक मंदिर न्यास की की गई जांच में कुछ धक्कादायक बातें सामने आई हैं । १.१.२०१५ से ३१.८.२०१६ इस कालावधी में तत्कालीन न्यासियों ने जलयुक्त शिवार तथा वैद्यकीय उपकरणं उपलब्ध कर अर्पण के संदर्भ में अभ्यास भ्रमण के नाम पर १२ लक्ष ९१ सहस्र २९१ रुपएं व्यय किया था । श्री सिद्धीविनायक मंदिर अधिनियम न्यासियों को इस भ्रमण व्यय की अनुमती ही नहीं देता । उसके लिए शासन की अनुमती प्राप्त करना आवश्यक है । अतः विना अनुमती अभ्यास भ्रमण पर मंदिर न्यासी ने किया व्यय नियमबाह्य सिद्ध होता है । साथ ही यदि जलयुक्त शिवार का धन शासन को ही देना था, तो भ्रमण करने की क्या आवश्यकता थी ? इसके समान अनेक सूत्रं इस जांच में पाए गए, जो अत्यंत गंभीर थे । इस संदर्भ में देवनिधी को व्यय करनेवाले संबंधित न्यासियों पर प्रतारणा करने के तथा हेरापेâरी के अपराध प्रविष्ट करने चाहिए ।’
संभाजीनगर में स्वतंत्रता वीर सावरकर की प्रतिमा को डांबर लगाया गया । इस घटना का समस्त हिन्दूत्वनिष्ट संगठनों ने जाहीर निषेध व्यक्त किया । साथ ही उस समय संबंधितों को त्वरित बंदी बनाने की मांग भी हिन्दू महासभा ने की । आंदोलन के पश्चात् मोती चौक के स्वतंत्रता वीर सावरकर मार्ग पर होनेवाले स्वतंत्रता वीर सावरकर नामफलक को मान्यवरों के शुभहाथों पुष्पहार अर्पण कर आदरांजली व्यक्त की गई ।