रामनाथी, गोवा – हाल ही में लखनऊ के विख्यात कीर्तनकार ह.भ.प. विजय कृष्ण भागवत तथा ग्वाल्हेर (मध्यप्रदेश) के विख्यात कीर्तनकार ह.भ.प. जयराम हरि पुरंदरे ने रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम को सदिच्छा भ्रमण किया । उस समय उन्होंने आश्रम में चल रहें राष्ट्र एवं धर्म, साथ ही आध्यात्मिक संशोधन के कार्य के संदर्भ में अधिक जानकारी प्राप्त की । उस समय ह.भ.प. भागवत तथा ह.भ.प. पुरंदरे का आदर सनातन के साधक श्री. प्रकाश मराठे के शुभहाथों हार, शाल, श्रीफल तथा भेंटवस्तु देकर किया गया ।
सनातन संस्था का हिन्दुत्व जागृति का कार्य उचित एवं प्रभावी है ! – ह.भ.प. जयराम हरि पुरंदरे
कीर्तनकार ह.भ.प. जयराम हरि पुरंदरे ग्वाल्हेर (मध्यप्रदेश) के विख्यात संत पू. ढोलीबुवा महाराज के भतीजे तथा वंशज हैं । आश्रम के संदर्भ में वक्तव्य करते समय ह.भ.प. पुरंदरे ने बताया कि, ‘‘सनातन संस्था ने हिन्दुत्व जागृति हेतु जो आध्यात्मिक कार्य आरंभ किया है, वह अत्यंत उचित एवं प्रभावी है । सनातन का आश्रम अप्रतिम है । मुझे विश्वास है कि, समस्त भारतवासी तथा विदेशी यदि इस आश्रम को भ्रमण करें, तो उनकी श्रद्धा दृढ होगी तथा वे भी साधना करना आरंभ करेंगे ।’’
कीर्तनकार ह.भ.प. विजय कृष्ण भागवत का परिचय
कीर्तनकार ह.भ.प. विजय कृष्ण भागवत मूलतः वाराणसी के हैं । वर्तमान में वे लखनऊ में ग्रामीण विकास संचालनालय विभाग में उपायुक्त पद पर कार्यरत हैं । उन्होंने वेद, गीता इत्यादि विषयों पर देश के पृथक स्थानों पर प्रवचन किए हैं। वे हिन्दुस्थानी शास्त्रीय संगीत के तज्ञ हैं । उन्हें संगीत, अभिनय तथा धार्मिक क्षेत्रों में अनेक पुरस्कार प्राप्त हुए हैं । वेद में पारंगत होने हेतु उन्हें उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा वर्ष १९९३ में ‘वेद पंडित’ पुरस्कार प्राप्त हुआ है । हालहीमें उन्हें बृहन्महाराष्ट्र, देहली की ओर से ‘जीवनगौरव पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है ।