‘हिन्दू हितैषी हम’ संगठन के प्रशिक्षण कार्यक्रम में मार्गदर्शन
मेजा (प्रयाग) – ‘हिन्दू हितैषी हम’ संगठन के प्रशिक्षण कार्यक्रम में सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस वक्तव्य कर रहे थे । अपने वक्तव्य में उन्होंने यह प्रतिपादित किया कि, ‘हिन्दु संगठनों का कार्य हिन्दु समाज, राष्ट्र एवं धर्म पर आनेवाले संकटों का प्रतिकार करना है । लव जिहाद, धर्मांतर, इतिहास का अनादर इत्यादि सभी सूत्रों के संदर्भ में संघर्ष करते हुए हिन्दू संगठनों को इस समस्या की जड तक जाना चाहिए । सद्यस्थिती में हिन्दुओं की जितनी भी समस्याएं हैं, उन सब की जड असफल हुई विद्यमान लोकशाही है । लोकशाही ने हिन्दुओं का ही नहीं, तो साधारण नागरिकों का भी कल्याण नहीं किया । आज ७० वर्षों के पश्चात् भी सडक, बिजली तथा पीने का पानी इन मूलभुत सुविधाओं के लिए भी संघर्ष करना पडता है । अपितु यह मूलभुत विकास करने में असमर्थ जनतंत्र के शासनकर्ता हमारे पास विकास के नाम पर मत की मांग करते हैं । राजनेताओं के केवल आश्वासनं तथा लोकशाही द्वारा होनेवाला हिन्दु समाज का शोषण रोकने का एकमात्र उपाय अर्थात् लोकशाही की असफलता के संदर्भ में निरंतर जागृति करना । यदि यह कार्य हिन्दु संगठनों ने किया, तो आगामी कालावधी में धर्माधिष्ठित हिन्दु राष्ट्र निर्माण करना सहज संभव होगा ।’ उस समय संगठन के १०० कार्यकर्ताएं तथा पदाधिकारी उपस्थित थे ।
उस समय हिन्दू जनजागृति समिति के पूर्व भारत के मार्गदर्शक पू. नीलेश सिंगबाळ ने मार्गदर्शन किया । अपने मार्गदर्शन में उन्होंने यह बताया कि, ‘हिन्दु धर्म का कार्य करते समय साधना का बल आवश्यक है । साधना के कारण आत्मबल बढता है । साथ ही वाणी में भी चैतन्य आता है । साधना के कारण धर्मकार्य को ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त होता है तथा वह कार्य भी प्रभावी होता है ।’
हिन्दू जनजागृति समिति के प्रयाग जनपद के समन्वयक श्री. गुरुराज प्रभु ने अभिवचन दिया कि, ‘हिन्दू हितैषी हम’ इस संगठन को हिन्दुत्व का प्रभावी अभियान सीखाने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति सहायता करेगी ।’