स्वामी विवेकानंद का ‘वेश्यापुत्र’ के नाम से उल्लेख
आश्रम के साधिकाओं पर बलात्कार करने की धमकी
निरंतर हिन्दुओं को ‘आतंकवादी’ कहनेवाले कथित निधर्मीवादी तथा पुरोगामी अब ईसाईयों की धर्मांधता के संदर्भ में क्या कुछ वक्तव्य करेंगे ? समस्त हिन्दुओं की यह अपेक्षा है कि, गोवा सरकार ने इस संदर्भ में त्वरित अन्वेषण करना चाहिए !
हिन्दुओं का प्रबोधन कर उनका उत्कर्ष करनेवाले हिन्दु संतों का धर्मांध ईसाई पराकोटी का द्वेष करते हैं । इसका यह उदाहरण है ! हिन्दुओ, समाजसहायता, राष्ट्ररक्षा तथा धर्मजागृति के लिए निरंतर प्रयास करनेवाली संस्था को इस प्रकार की धमकी देनेवाले धर्मांधों का वैध मार्ग से निषेध करें तथा उन पर कार्यवाही करने के लिए सरकार पर दबाव डालें !
फोंडा, १९ दिसम्बर – जेम्स अण्णामलाई नामक ईसाई व्यक्ति ने उनके भ्रमणभाष क्रमांक के साथ सनातन संस्था का मुख्य कार्यालय फोंडा, गोवा के सनातन आश्रम में सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस के नाम पर धमकी का पत्र डाक द्वारा भेजा है । इस पत्र में लिखा गया है कि, ‘‘मेरा नाम जेम्स अण्णामलाई है । मैं बेंगलुरु का हूं । मैं हिन्दुओं का तथा मुख्य रूप से स्वामी विवेकानंद का द्वेष करता हूं । स्वामी विवेकानंद वेश्या का पुत्र था । मैं डॉ. आठवले की तुम्हारे आश्रम में बलपूर्वक प्रवेश कर हत्या करूंगा । तुम्हारे आश्रम के सभी लडकियों पर बलात्कार करूंगा तथा भारत में ख्रिश्चॅनिटी स्थापित करूंगा ।’’ (धर्मांध ईसाई नाम तथा भ्रमणभाष क्रमांक के साथ पत्र भेजकर इस प्रकार से सनातन को धमकी देते हैं । इससे यह स्पष्ट होता है कि, उन्हें अब वैधानिक भय नहीं है ! – संपादक – दैनिक सनातन प्रभात )
आतंकवादी मनोवृत्ती की व्यक्ति समाजहित को घातक होती है;
इसलिए उनपर त्वरित कार्यवाही करें ! – चेतन राजहंस, प्रवक्ता, सनातन संस्था
सनातन के आश्रम में बलपूर्वक प्रवेश कर डॉ. आठवलेजी की हत्या करने की भाषा करना, यह जेम्स अण्णामलाई की आतंकवादी मनोवृत्ती का दर्शन करती है । साथ ही आश्रम की सभी लडकियों पर बलात्कार करने की भाषा यह उनके विकृत मानसिकता का व्यक्त करती है । वे स्वामी विवेकानंद को ‘वेश्यापुत्र’ संबोधित कर हिन्दु धर्म तथा स्वामी विवेकानंद का पराकोटी का द्वेष व्यक्त कर रहे हैं । भारत में ख्रिश्चॅनिटी स्थापित करने का उनका उद्देश्य यह उनकी धर्मांधता है । ऐसी व्यक्ति समाजहित को अत्यंत घातक है । अतः यह मांग है कि, उस पर त्वरित कार्यवाही करें ।
श्री. राजहंस ने यह प्रतिक्रिया व्यक्त की कि, ‘गोवा में २५ दिसम्बर से नाताळ का त्योहार आरंभ हो रहा है । उससे पूर्व इस प्रकार का धमकी का पत्र हिन्दुत्वनिष्ठ सनातन संस्था के आश्रम में ईसाईयों द्वारा आता है, यह कृत्य गोवा में धार्मिक संबंध बिगाडनेवाला है ।’
इस पत्र के संदर्भ में सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस ने पुलिस में परिवाद प्रविष्ट किया है तथा इस धर्मांध ईसाई व्यक्ति के विरोध में कडी से कडी कार्यवाही करने की मांग भी की है ।