‘आंख आना’ के लक्षण एवं उस पर उपाय
आंखें आना, यह आंखों का एक संक्रामक रोग है । वर्तमान में अनेक भागों में यह रोग फैला है और उसका संक्रमण शीघ्रता से हो रहा है । सर्व आयु के व्यक्ति प्रमुखरूप से बच्चे इस बीमारी से ग्रस्त हैं ।
आंखें आना, यह आंखों का एक संक्रामक रोग है । वर्तमान में अनेक भागों में यह रोग फैला है और उसका संक्रमण शीघ्रता से हो रहा है । सर्व आयु के व्यक्ति प्रमुखरूप से बच्चे इस बीमारी से ग्रस्त हैं ।
हाथ की कनिष्ठा से अंगूठे तक की सभी उंगलियों में पृथ्वी, आप, तेज, वायु एवं आकाश, यह पंचतत्त्व होते हैं । पानी में उंगली डुबोनेवाले व्यक्ति के आध्यात्मिक स्तर अनुसार विविध रंग दिखाई देते हैं ।
परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के चरणों के एवं हाथों की उंगलियों के नखों पर खडी रेखाएं एवं नख के मूल से ऊपर जानेवाली गुलाबी रंग की अर्धवर्तुलाकार २ – ३ वलयों का स्पर्श खुरदरा लगना एवं इन रेखाओं का उठावदारपना बढने के पीछे अध्यात्मशास्त्र !
गुरुकृपा से ही शरीर पर से आवरण निकालने की इन पद्धतियों को ढूंढ पाए । इसके लिए हम साधक श्री गुरु के श्रीचरणों में कृतज्ञता व्यक्त करते हैं ।
डॉ. दाभोलकर की हत्या प्रकरण का निर्णय न्यायालय द्वारा न दिए जाने पर भी सनातन संस्था को दोषी ठहरानेवाले अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अविवेकी पदाधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई करेंगे !
सहस्रारचक्र पर पकडी हुई ‘मीनार’ मुद्रा (‘टॉवर’ की मुद्रा), साथ ही ‘पर्वतमुद्रा’ के कारण अनिष्ट शक्तियों का कष्ट शीघ्र दूर होने में सहायता मिलना
भगवान श्रीकृष्ण की पूजा कैसे करें ?, भगवान श्रीकृष्ण को कौन सा फूल चढाते हैं ?, उसकी कितनी परिक्रमा करें ? इस संदर्भ में अधिक जान लें ।
दिनांक 17.7.2023 को सनातन संस्था की और से फरीदाबाद, सेक्टर 29 के सरकारी प्राथमिक पाठशाला (गव्हरमेंट प्रायमरी स्कूल) में वृक्षारोपण का विशेष उपक्रम किया गया ।
पू. अण्णा के आध्यात्मिक मार्गदर्शन एव प्रेमभाव, इसके साथ ही नामजप एवं आध्यात्मिक उपायों के कारण इस व्यावसायी के मद्यपान का व्यसन छूट गया ।
अनिष्ट शक्तियां ऊपरी-ऊपर कष्टदायक आवरण ला रही हैं। आध्यात्मिक उपचार करके वह कम करें।आवरण आध्यात्मिक उपचार द्वारा कैसे निकाले यह अवश्य पढें।