बडे शहरों में असुरक्षित वातावरण के साथ-साथ वहां के रज-तम के बढते प्रभुत्व का कारण अपने परिवार के साथ किसी गांव अथवा तालुका में स्थानांतरित होने का विचार करें और वैसी व्यवस्था करें !

वर्तमान में, भारत और साथ ही अन्य प्रमुख शहरों में महानगरों की जनसंख्या दिन-प्रतिदिन बढती जा रही है । वहां बढती महामारी सभी के लिए चिंता का विषय बन गई है ।

‘बाढ का पानी घटने के पश्‍चात बरतनी आवश्यक सावधानियों’ के संदर्भ में मार्गदर्शक सूत्र : भाग ५

बहते पानी में पैदल चलते न जाएं । पानी में जाना आवश्यक हो, तो जहां बहता पानी नहीं है, ऐसे स्थान से पैदल चलें । जहां हम कदम रखनेवाले हैं, वहां की भूमि मजबूत होने की आश्वस्तता करने हेतु लाठी का उपयोग करें ।

सनातन संस्था की ओर से देहली और फरीदाबाद में ‘पितृपक्ष’ विषय पर ‘ऑनलाइन’ प्रवचन का आयोजन

श्राद्ध अथवा पितृपक्ष में समाज को इस विषय की शास्त्रीय जानकारी मिले और पितृदोष से रक्षा हो, इसलिए २९ एवं ३० अगस्त को सनातन संस्था की ओर से दिल्ली और फरीदाबाद में ‘ऑनलाइन’ प्रवचन लिए गए ।

सनातन संस्था के ३ फेसबुक पृष्ठ अचानक हुए बंद

२ सितंबर रात ११.५७ बजे सनातन संस्था की फेसबुक की अधिकृत ‘सनातन संस्था’, ‘सनातन संस्था अंग्रेजी’ और सनातन संस्था का ‘प्रोफाइल पेज’, ऐसे ३ पृष्ठ अचानक दिखने बंद हो गए हैं ।

पितृपक्ष में श्राद्धविधि (श्राद्धकर्म) करने के पश्‍चात पितरों के पिंड में अत्‍यधिक सकारात्‍मक परिवर्तन होना

‘पितृपक्ष में पितरों के लिए किए श्राद्ध का श्राद्धविधि में उपयोग किए पिंडों पर क्‍या परिणाम होता है ?’, इसका वैज्ञानिक अध्‍ययन करने के लिए २७.९.२०१८ को रामनाथी, गोवा स्‍थित सनातन के आश्रम में ‘महर्षि अध्‍यात्‍म विश्‍वविद्यालय’ द्वारा एक परीक्षण किया गया ।

गणेशभक्‍तों द्वारा सनातन संस्‍था के ‘गणेश पूजा एवं आरती’ एंड्रॉइड एप का उत्‍स्‍फूर्त प्रत्‍युत्तर : १ लाख से अधिक डाउनलोड्‌स

श्रद्धालुओं के लिए श्री गणेशभूर्ति की प्रतिष्‍ठापना करना सुलभ हो; इसके लिए सनातन संस्‍था की ओर से ‘गणेश पूजा एवं आरती’ एंड्रॉइड एप बनाया गया ।

अधिक मास में सनातन संस्‍था के ग्रंथ और लघुग्रंथ अन्‍यों को देकर सर्वश्रेष्‍ठ ज्ञानदान का फल प्राप्‍त करें !

सनातन संस्‍था के ग्रंथ पाठकों को सरल भाषा में अमूल्‍य ज्ञान देते हैं, साथ ही उनमें धर्म के प्रति श्रद्धा भी बढाते हैं । इसके कारण अधिक मास में इस प्रकार के ग्रंथदान के द्वारा पुण्‍यसंचय सहित आध्‍यात्मिक लाभ भी उठाएं ।

‘आईआईटी इंदौर’ में संस्कृत भाषा में पढाया जा रहा है प्राचीन भारतीय विज्ञान !

आईआईटी इंदौर’ में छात्रों को संस्कृत भाषा में प्राचीन भारतीय विज्ञान की शिक्षा दी जा रही है । इसके लिए पूरे विश्व के ७५० से अधिक छात्रों ने प्रवेश लिया है ।

पूर्वजों के कष्ट दूर होने हेतु पितृपक्ष के काल में नामजप, प्रार्थना और श्राद्धविधि करें !

‘आजकल अनेक लोगोंको अनिष्ट शक्तियों के कष्ट हो रहे हैं । पितृपक्ष के काल में (२ से १७ सितंबर २०२० की अवधि में) इन कष्टों के बढने से इस अवधि में प्रतिदिन न्यूनतम १ घंटा ‘ॐ ॐ श्री गुरुदेव दत्त ॐ ॐ ।’ नामजप करें ।

‘कोरोना’ महामारी की पृष्ठभूमि पर शास्त्र के विधान के अनुसार निम्नांकित पद्धति से श्राद्धविधि करें !

पितृपक्ष में पितृलोक के पृथ्वीलोक के सर्वाधिक निकट आने से इस काल में पूर्वजों को समर्पित अन्न, जल और पिंडदान उन तक शीघ्र पहुंचता है ।