गलवान घाटी में चीन द्वारा युद्ध की तैयारी !

भारत में जैसे ही कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप हुआ है, वैसे ही चीन पूर्वी लद्दाख की सीमा पर युद्ध की तैयारी करता दिखाई दे रहा है । चीन ने तिब्बत में भारतीय सीमा के पास अत्याधुनिक पी.एच.एल -३ रॉकेट लांचर तैनात किए हैं । चीन के सरकारी सीसीटीवी ने इस संबंध में वृत्त दिया है ।

हिमालय में बर्फ पिघलने से बडी संख्या में तालाब बन रहे हैं !

’’ ग्लोबल वार्मिंग ’’ के फलस्वरूप, गत कुछ वर्षों से बर्फाच्छादित पहाडों की बर्फ पिघल रही है । भारत के हिमालय में भी स्थिति ऐसी ही है । परिणामस्वरूप, तालाबों का जल स्तर लगातार बढ रहा है । साथ ही उनका आकार भी बढ रहा है । जिसके परिणामस्वरूप, यहां नदियों के क्षेत्रों में बाढ का खतरा है ।

चीन विगत छह वर्षों से तृतीय विश्व युद्ध के लिए जैविक अस्त्र निर्माण कर रहा था !

कोरोना की उत्पत्ति चीन में हुई थी, इसे अब लोग भुलने लगे हैं तथा चीन में इसका प्रभाव कब का न्यून हो गया है एवं पूर्व जैसा परिवहन अभी आरंभ हुआ है । ऐसे में अमेरिकी गुप्तचर विभाग ने चीन की एक रिपोर्ट ढूंढ निकाली है । १८ विशेषज्ञों द्वारा लिखी गई रिपोर्ट में पाया गया कि, चीन विगत छह वर्षों से तृतीय विश्व युद्ध के लिए कोरोना जैसा एक जैविक अस्त्र निर्माण कर रहा था, एवं उसने वास्तव में कोरोना के माध्यम से तीसरा युद्ध शुरू किया है ।

संक्रमण की अवधि में आवश्‍यक आहार और स्‍वास्‍थ्‍य शीघ्र सामान्‍य होने के लिए उपाय

आज यह बात सभी के ध्‍यान में आ चुकी है कि किसी न किसी प्रकार से हमें भी संक्रमण हो सकता है । वह न हो; इसका ध्‍यान लेने के दिन बीत गए । अब सभी को इसी तत्त्व का पालन करना होगा कि हमें भी संक्रमण हो सकता है; परंतु उसके लिए हमारा स्‍वास्‍थ्‍य सामान्‍य स्‍थिति में आने की गति (रिकवरी रेट) अच्‍छी होनी चाहिए ।

बहुगुणी आंवला !

‘आंवला पृथ्वी पर अमृत है ! आंवला शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कष्ट दूर करने के लिए उपयुक्त है; इसलिए आयुर्वेद में इसे ‘औषधियों का राजा’ कहते हैं । ‘आमला एकादशी’ पर श्रीविष्णु को आंवला अर्पण करते हैं ।

‘गायत्री मंत्र से कोरोना ठीक हो सकता है क्या ?’ इसपर संशोधन होगा !

केंद्रीय विज्ञान मंत्रालय ने गायत्री मंत्र से कोरोना ठीक हो सकता है क्या ? इसपर संशोधन करने के लिए ह्रषिकेश के एम्स अस्पताल को ३ लाख रुपये की निधि दी है ।

विपरीत आहार के प्रकार

कुछ व्‍यक्‍तियों के लिए देश, काल, अग्नि, प्रकृति, दोष, आयु इत्यादि का विचार करने पर कुछ अन्नपदार्थ हानिकारक सिद्ध होते हैं । ऐसे खाद्य पदार्थ विपरीत आहार में समाविष्‍ट होते हैं ।

‘कोरोना’ का बढता प्रादुर्भाव ध्‍यान में रख ग्रीष्‍म ऋतु में आयुर्वेद की दृष्‍टि से प्रतिबंधात्‍मक उपाय और पूर्वतैयारी

जिनमें कोरोना रोग के लक्षण पाए गए हैं एवं जो न्‍यूमोनिया या थकान आदि के लक्षणों के कारण अस्‍पताल में भरती हैं, ऐसों के लिए सुवर्ण मालिनी वसंत की २० गोलियां खरीद लें ।

कोरोना महामारी की तीव्रता ध्यान में रखकर अपने साथ कुटुंबियों की रक्षा होने हेतु ‘कोरोना’ संबंधी सूचनाओं का साधना के रूप में पालन करें !

‘मार्च २०२० से १ अप्रैल २०२१ तक भारत में १ करोड ३३ लाख से भी अधिक नागरिकों को कोरोना का संसर्ग हुआ । उसमें १ लाख ६९ सहस्र से भी अधिक रोगियों की मृत्यु हो गई । आजकल कोरोना का संसर्ग पिछले वर्ष की तुलना में अधिक वेग से फैल रहा है ।

सनातन संस्था की ग्रंथ-प्रदर्शनी को उत्तराखंड शासन के कुंभमेला प्रशासन द्वारा प्रसिद्धी

सनातन संस्था की चलती-फिरती ग्रंथ-प्रदर्शनी को उत्तराखंड शासन के कुंभमेला प्रशासन द्वारा लेख स्वरूप में प्रसिद्धी दी गई है । कुंभमेला प्रशासन द्वारा देश-विदेश के पत्रकारों को कुंभमेले का समाचार देने हेतु एक वॉट्सएप गुट बनाया गया है ।