अत्यंत ही अल्प उपयोगी विदेशी सेब की अपेक्षा भारतीय फल खाएं !

भारत में केवल हिमाचलप्रदेश एवं कश्मीर, इन दो राज्यों में ही होनेवाला सेब, यह फल आज सर्व राज्यों में बारहों महीने उपलब्ध है । उसका वृक्ष कैसा होता है ? उसके पत्ते कैसे दिखाई देते हैं ? उसका बौर कैसा होता है ?

मथुरा में सामूहिक मंदिर स्वच्छता अभियान के माध्यम से परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के जन्मोत्सव पर कृतज्ञता पुष्प अर्पण !

मंदिर स्वच्छता के आयोजन हेतु स्थानिक धर्मप्रेमी श्रीमती आशा सोलंकी जी तथा मंदिर के पुरोहित जी ने विशेष सहायता की। समाज सहायता से और निस्वार्थ भाव से किए मंदिर स्वच्छता अभियान की अनेकों ने सराहना की।  कडी धूप होते हुए भी महिलाओं का उत्साहपूर्ण सहभाग रहा। 

परात्पर गुरु डॉ. आठवलजी ने वादनकला के माध्यम से ईश्वरप्राप्ति की एक अमूल्य संधि दी है !

स्थूल रूप से भारतीय वाद्यों की अपेक्षा पश्चिमी वाद्य अधिक प्रगतिशील प्रतीत होते हैं किंतु सूक्ष्म रूप से देखने पर उसका परिणाम अच्छा नहीं होता । एक कार्यक्रम में इसका प्रयोग किया गया था ।

विश्वयुद्ध, भूकंप इत्यादि आपदाओं का प्रत्यक्षरूप से सामना कैसे करें ? (भाग ९)

अबतक हमने इस लेखमाला में विविध आपदा एवं उनसे बचाव करने से संबंधित सूत्र देखे । इस लेख में इन सभी आपदाओं के संदर्भ में कुछ सामायिक सूचना हैं । उन्‍हें ध्‍यान में रखकर आपदा से पूर्व कुछ तैयारियां करना संभव होगा ।

रासायनिक अथवा जैविक कृषि नहीं, अपितु प्राकृतिक कृषि अपनाइए ! (भाग ३)

भूमि में फॉस्फरस, यशद (जिंक), पोटैश, तांबे समान अनेक खनिज घटक होते हैं; परंतु ये घटक स्वयं ही वनस्पति को अन्न के रूप में उपलब्ध नहीं होते । केंचुए, इसके साथ ही भूमि के सूक्ष्म जीवाणु उन घटकों से अन्न निर्माण करते हैं और वनस्पतियों की जडों को देते हैं ।

हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के लिए उत्तर भारत में धर्मप्रेमियों ने की सामूहिक प्रार्थना !

श्रीराम नवमी के पावन पर्व पर परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मथुरा के राधानगर के राधेश्वर महादेव मंदिर में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए प्रार्थना की गई । इस अवसर पर मंदिर के प्रमुख श्री. महेश पांडे उपस्थित थे ।

पंजाब एवं दिल्ली में श्रीराम नाम का संकीर्तन अभियान

दिल्ली के सरिता विहार में सनातन संस्था द्वारा श्रीमती प्रोमिला अगरवाल के निवास स्थान पर रामनाम संकीर्तन हुआ । इसका लाभ अनेक भक्तों ने लिया । यहां के मंदाकिनी इनक्लेव में श्रीराम नाम संकीर्तन हुआ । साधना सत्संग के जिज्ञासु श्रीमती रीतिका मित्तल को नामजप से विशेष अनुभव हुआ ।

सनातन के प्रथम अंग्रेजी ‘ई-बुक’ का वाराणसी में लोकार्पण !

चैत्र नवरात्रि के पवित्र पर्वकाल में वाराणसी के ‘अखिल भारतीय धर्मसंघ शिक्षा मंडल’ के महामंत्री श्री. जगजीतन पांडे के शुभहस्तों से ‘इम्पॉर्टन्स ऑफ पर्सनैलिटी डिफेक्ट रिमूवल एंड इन्कलकेटिंग वर्च्यूज्’ इस सनातन के अंग्रेजी भाषा के ‘ई-बुक’ का लोकार्पण किया गया ।