परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के जन्मोत्सव के निमित्त श्रीविष्णु के रूप में हुआ उनका रथोत्सव : ईश्वर की अद्भुत लीला !

‘ईश्वर जब कोई कार्य निर्धारित करते हैं, तो प्रकृति, पंचमहाभूत, देवी-देवता एवं ऋषि-मुनि किस प्रकार उसे साकार रूप देते हैं ?’, यह दैवी नियोजन हम साधकों ने रथोत्सव के माध्यम से अनुभव किया ।

भ्रूमध्य पर दैवी चिन्ह अंकित होने का अध्यात्मशास्त्र !

आध्यात्मिक गुरुओं का कार्य जब ज्ञानशक्ति के बल पर चल रहा होता है, तब उनके सहस्रारचक्र की ओर ईश्वरीय ज्ञान का प्रवाह आता है और वह उनके आज्ञाचक्र के द्वारा वायुमंडल में प्रक्षेपित होता है ।

ट्विटर पर Paratpar Guru ट्रेंड दिनभर उच्च स्थान पर !

एकाध विषय ट्रेंड होने लगे, तो लगभग २ – ३ घंटों तक ही वह पहले ३० क्रमांकों में रहता है; पर Paratpar Guru की-वर्ड दिनभर राष्ट्रीय ट्रेंड पर था । इससे परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के नाम पर किए गए ट्रेंड का महत्त्व ध्यान में आता है ।

मुंबई में ‘हिन्दू एकता फेरी’ में एकजुट हुए धर्मप्रेमियों द्वारा हिन्दू राष्ट्र का जयघोष !

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के जन्मोत्सव निमित्त निकाली गई इस फेरी में मुंबई, ठाणे, रायगड एवं पालघर के १ सहस्र ५०० हिन्दू धर्माभिमानी सम्मिलित हुए थे । हिन्दुत्वनिष्ठ, सामाजिक एवं संप्रदाय, ऐसी २५ संगठनों का सहभाग था ।

‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति अभियान’ में ५० सहस्र से भी अधिक हिन्दुओं का सहभाग ! – चेतन राजहंस, राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए भारतभर में पुजारी, संत एवं मान्यवरों की ओर से १ सहस्र ११९ मंदिरों में भगवान से प्रार्थना की गई, जबकि महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक एवं तेलंगाणा राज्यों में २३ स्थानों पर ‘हिन्दू एकता फेरी’ आयोजित की गईं ।

इंदूर (तेलंगाणा) में हुई ‘हिन्दू एकता फेरी’को वारकरी, धर्मप्रेमी एवं हिन्दुत्वनिष्ठों का उत्स्फूर्त प्रतिसाद

१९ मई को निकाली गई इस फेरी में आर्य समाज, ओम शांति, भारतमाता भजनी मंडल, विठ्ठलेश्वरी मंदिर के वारकरी संप्रदाय के भक्त, सनातन संस्था के साधक, शुभचिंतक, धर्मप्रेमी एवं हिन्दुत्वनिष्ठ के साथ २५० से भी अधिक लोग सम्मिलित हुए थे ।

हिन्दू एकता का एक छोटासा उदाहरण है ‘हिन्दू एकता फेरी’ !

‘इस्कॉन’ संप्रदाय के गिरीवरधारीदास प्रभु के हाथों धर्मध्वज का पूजन करने एवं तदुपरांन ह.भ.प. रामदास महाराज क्षीरसागर का हस्तों ध्वज को पुष्पमाला अर्पण कर गांधी मैदान से फेरी का प्रारंभ हुआ । पौरोहित्य सर्वश्री उपेंद्र खिस्ती एवं नरेंद्र खिस्ती ने किया ।

क्षात्र एवं ब्राह्म तेज की हुंकार देनेवाली सातारा की भव्य ‘हिन्दू एकता फेरी’ !

सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी सनातन धर्म का प्रसार एवं हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के ध्येय की दिशा में कार्यरत अवतारी पुरुष हैं । उनके ८० वें जन्मोत्सव के निमित्त सातारा में २४ मई को भव्य ‘हिन्दू एकता फेरी’ निकाली गई । फेरी का शुभारंभ शंखनाद से हुआ । फेरी निर्विघ्नरूप से संपन्न होने के लिए भगवान श्रीकृष्ण एवं सातारा शहर के….

भगवान श्रीगणेश की सांगली में ‘हिन्दू एकता फेरी’ के निमित्त डेढ सहस्र हिन्दुओं की एकता की हुंकार !

श्रीगणेश की सांगली में ‘जय श्रीराम’, ‘जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम’, ‘हिन्दू धर्म की जय’, इन नारों के साथ मार्गक्रमण करती अत्यंत अनुशासित एवं हिन्दू एकता की हुंकार देनेवाली हिन्दू एकता फेरी ने सांगलीवासियों का मन जीत लिया ।

६१ प्रतिशत स्तर पर माया से मुक्त हो जाते हैं, अर्थात क्या होता है, इस पर सूझे विचार एवं ६१ प्रतिशत से आगे जाने के लिए किए जानेवाले प्रयत्न

प्रस्तुत लेख में ६१ प्रतिशत प्राप्त करने और आगे जाने के लिए वास्तव में कौनसे प्रयत्न करने चाहिए, यह दिया है । उनकी दृष्टि से साधना के कौनसे सूत्र महत्त्वपूर्ण हैं, यह इस लेख से स्पष्ट होता है ।